35 करोड़ की लागत से बनी पेयजल योजना नहीं हो सकी कारगर
रुड़की। नगर में करोड़ों की लागत से बनी पेयजल पुनर्गठन योजना कारगर साबित नहीं हो पाई। इसका लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोगों के घरों में गंदा तथा बदबूदार पानी पहुंच रहा है जो उपयोग में नहीं लाया जा सकता। अधिकारियों को कई बार बताने के बाद भी हालाता नहीं सुधरे।पेयजल निर्माण निगम की ओर 35 करोड़ रुपये से से नगर में दस साल पहले पेयजल योजना का पुनर्गठन का कार्य शुरू किया गया। इस योजना में दावा किया गया था कि लोगों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा लेकिन आज भी एक दशक पहले के ही हालात हैं। लोग या तो हैंडपंप पर निर्भर हैं या फिर उन्होंने निजी तौर पर अपने घरों में समर्सिबल पंप आदि लगवाएं हैं। जिससे वह पानी की पूर्ति करते हैं।