April 30, 2024

रुद्रप्रयाग में अस्त्र-शस्त्रों के साथ किया पांडव नृत्य


रुद्रप्रयाग ।  जिला मुख्यालय की करीबी ग्राम पंचायत दरमोला भरदार में चल रहे पांडव नृत्य में पांडवों द्वारा अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य किया जा रहा है। यह दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना है। आगामी 14 दिसम्बर को प्रसाद वितरण के साथ पांडव नृत्य का विधिवत समापन किया जाएगा। बीते 23 नवम्बर एकादशी पर्व पर अलकनंदा-मंदाकिनी संगम स्थल गंगा स्नान के साथ ग्राम पंचायत दरमोला में पांडव नृत्य का विधिवत शुभारंभ हुआ। बुधवार को सुबह ग्रामीणों ने पूरी प्रसाद एवं खीर बनाकर भगवान बद्री विशाल एवं अन्य देवताओं को इसका भोग लगाया। पुजारी कीर्तिराम डिमरी ने पांडव के अस्त्र-शस्त्रों के साथ देव निशानों की विशेष पूजा-अर्चना कर आरती की। इसके बाद चारों दिशाओं की पूजा व देवताओं का आह्वान किया गया। पांडव पश्वों ने नृत्य करने वाले स्थान के चारों कोने की पूजा-अर्चना की। जिसके बाद ढोल सागर की ताल पर देवता अवतरित होने के बाद पुजारी ने पांडवों को उनके बाण एवं अन्य अस्त्र-शस्त्र दिए। तथा पांडवों ने ढोल-दमाऊ की थाप पर अस्त्र-शस्त्रों के नृत्य शुरू किया। पांडवों का नृत्य दूर-दराज क्षेत्रों से पहुंचे भक्तों के आकर्षण का केन्द्र बना रहा। बाणों के कौथिग का नृत्य लगभग दो घंटे तक चलता रहा। अंत में बदरीविशाल के लिए तैयार भोग को भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। पांडव नृत्य देखने के लिए प्रतिदिन दरमोला, तरवाडी, स्वीली, सेम, डुंग्री, जवाड़ी, मेदनपुर, रौठिया समेत कई दूर-दराज क्षेत्रों से ग्रामीण पहुंच रहे हैं। इससे पूर्व उपस्थित सैकडों भक्तों ने भगवान बद्रीनाथ एवं शंकरनाथ देवता को भेंट लगाकर दर्शन किए, तथा अपने परिवार की खुशहाली की कामना भी की। पांडव नृत्य समिति दरमोला के अध्यक्ष बलवीर सिंह पंवार ने बताया कि 12 दिसम्बर को नौगरी का कौथिग, 13 दिसम्बर को गेंडे का कौथिग व सिरोता एवं 14 दिसम्बर को नारायण के फल वितरण के साथ पांडव नृत्य का विधिवत समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को पांडव नृत्य में पहुंचने की अपील की है। इस अवसर पर समिति के समिति के पूर्व अध्यक्ष जसपाल सिंह पंवार, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कप्रवान, विक्रम सिंह पंवार, दान सिंह, एनएस कप्रवान, त्रिलोक सिंह, हुकम सिंह, राकेश पंवार, विजय सिंह, मंगल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, बालम सिंह, उदय सिंह, लक्ष्मण सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।