September 21, 2024

भोटिया कुत्ता प्रजाति के नाम पर लगाएं प्रतिबंध


बागेश्वर ।  भोटिया कुत्ता प्रजाति के नाम से कुत्ते बेचने वालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग मुखर होने लगी है। राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। जनता दरबार में पहुंचकर इस पर प्रतिबंध लगाने तथा जबरन शब्द का उपयोग करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। जनजाति आयोग समेत डीएम व एसपी को भी पत्र लिखा है। संगठन के अध्यक्ष गंगा सिंह पांगती ने कहा कि राज्य में थारू, बुक्सा, जोनसारी, राजी व भोटिया जनजाति निवास करती है। जिसमें एक जनजाति भोटिया समुदाय से है। भोटिया जनजाति भारत के नेपाल तिब्बत सीमा में निवास करते हैं। जो पूर्व में भारत से तिब्बत व्यापार होता था। भोटिया जनजाति का मुख्य व्यावसाय भेड़ पालन है। माइग्रेशन के समय भेड़ों की सुरक्षा व देखभाल के लिए कुत्ते भी पालते थे। यही कुत्ते उच्च हिमालयी क्षेत्र में बकरियों के साथ रहते थे। जो भेड़ों की सुरक्षा करते थे। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी मेले में कुछ लोग कुत्तों का व्यापार करते हैं। बेचने वाले इसे भोटिया कुत्ता प्रजाति कहकर बेचते हैं। साथ ही जोर-जोर से इस शब्द का प्रयोग भी करते हैं। भोटिया जनजाति को अपमान करने की नियत से यह शब्द का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने इस शब्द पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की है। साथ ही जबरन उपयोग करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है। इस आशय का एक ज्ञापन राज्य जनजाति आयोग, डीएम तथा एसपी को भेजा है।