September 21, 2024

राजस्व वसूली में लाये तेजी : डीएम

 

बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने शनिवार को कलैक्ट्रेट सभागार में मासिक स्टाफ बैठक आयोजित की जिसमें राजस्व एवं पुलिस क्षेत्रों के अन्तर्गत अपराधों, सत्र न्यायालय एवं विभिन्न न्यायालयों में लम्बित वादों, राजस्व वसूली समेत राजस्व विभाग के अन्तर्गत विभिन्न अधिष्ठानों के तहत सम्पन्न होने वाले कार्यो के साथ आबकारी विभाग से सम्बन्धित कार्यो की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने सत्र न्यायालय व उप जिलाधिकारी न्यायालयों मं लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ निपटाये साथ ही उन्होंने अधिवक्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि वादों के निराकरण के लिए प्रभावी पैरवी करें। गवाही शतप्रतिशत हो तथा महिला अपराधों के सम्बन्ध में जनजागरूकता अभियान चलाये दोषी को हर हाल में सजा सुनिश्चित की जाय। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि उनके न्यायालयों में जो भी वाद लम्बित है उनका तत्काल निस्तरण करना सुनिश्चित करें। जो वाद काफी लम्बे समय से लम्बित है उनका निस्तारण न होने का कारण स्पष्ट करते हुए तहसीलवार सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण में भी तेजी लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों के न्यायालय में लम्बित वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल को निर्देश दिये है कि वे सभी न्यायालयों का निरीक्षण कर लम्बित चल रहे प्रकरणों के निराकरण के सम्बन्ध में आख्या प्रस्तुत करें।
बैठक में अधिवक्ता खड़क सिंह कार्की ने बताया कि विगत माह में 03 वादों का निस्तारण किया गया है जिसमें 28 गवाहों के सापेक्ष 17 गवाहों को परिक्षित कराये गये। जिलाधिकारी ने सीओ को दर्ज मामलों की विवेचना करते समय मोबाइल नम्बर, गवाह का सही पता अंकन कर दर्ज मामलों की विवेचना में तेजी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में आबकारी विभाग की समीक्षा करते हुए जनपद में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी एवं उपजिलाधिकारियों व पुलिस विभाग के अधिकारियों को नियमित छापेमारी करने के निर्देश दिये। तथा सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत पटवारी चौकियों का निरीक्षण करें एवं उनमें किसी भी प्रकार की समस्या एवं कमी है तो आख्या उन्हें उपलब्ध कराये। तथा सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में हो रहे विकास कार्यों, स्कूलों/आगनबाड़ी केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए निरीक्षण आख्या पूर्ण विवरण सहित उन्हें प्रत्येक माह में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने तहसीलवार मुख्य देयकों की समीक्षा की जिसमें तहसील काण्डा 09.64, गरूड़ 60.55, कपकोट 28.33, बागेश्वर 57.28 प्रतिशत वसूली की गयी है। उन्होंने राजस्व वसूली की कम वसूली पर सभी तहसीलदारों को कडे निर्देश देते हुए राजस्व वसूली में निर्धारित लक्ष्य से कम वसूली पर सम्बन्धित अमीनों से यथाशीघ्र वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को पीठासीन अधिकारी की डायरी भी तैयार करने के निर्देश दिये। तथा तहसीलवार बनाये जाने वाले प्रमाण पत्रों की भी समीक्षा की। कहा कि सभी तहसीलों से जो भी प्रमाण पत्र निर्गत किये जाने है उन प्रमाण पत्रों को समय से बनाकर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। प्रमाण पत्रों के जारी करने में किसी प्रकार की कोर्इ लापरवाही न बरती जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों का निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत निराकरण करने को कहा। उनहोंने सभी पटल सहायकों को कडे निर्देश देते हुए कहा कि प्राप्त शिकायतों व अन्य सन्दर्भो का नियमित तरीके से निस्तारण करें इसमें किसी प्रकार की हिलाहवाली कतर्इ बर्दाश्त नहीं होगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, संयुक्त मजिस्ट्रेट कपकोट नरेन्द्र सिंह भण्डारी, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी भूपेन्द्र सिंह जंगपांगी, उपजिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, गरूड़ सुन्दर सिंह, तहसीलदार बागेश्वर मैनपाल सिंह, वाणिज्यकर अधिकारी आर0एस0धपवाल, जिला आबकारी अधिकारी विवेक सोनकिया, अधि0अधि0नगरपालिका राजदेव जायसी, प्रशासनिक अधिकारी धरम सिंह रावत, बालम सिंह बिष्ट, दिनेश खेतवाल, सुन्दर मोहन पाठक, स्वरूप राम सहित समस्त पटल सहायक मौजूद थे।