December 23, 2024

अब जेल के कैदी बनाएंगे बिस्कुट व केक


हल्द्वानी । हल्द्वानी उप कारागार में कैदी-बंदियों को रोजगार और उसके माध्यम से मुख्यधारा के साथ जोड़ने के लिए जेल प्रशासन हर रोज नई पहल कर रहा है। इसी के तहत अब उप कारागार में बेकरी उत्पाद, केक आदि बनाए जाएंगे। जिन्हें बाजार में बेचा जाएगा। ऐसे में शहर के लोग जेल में बना केक काटकर अपना जन्मदिन मना सकेंगे। जेल में उद्योग शुरू करने के लिए उपकरण व सामान भी आना शुरू हो चुका है। यह उत्तराखंड की दूसरी ऐसी जेल होगी जहां बेकरी उत्पाद बनेंगे।
हल्द्वानी उप कारागार में वर्तमान में 1555 कैदी-बंदी हैं। जेल अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि जेल में बेकरी उद्योग की शुरुआत होने जा रही है। दो दिन में बेकरी उत्पाद बनाने के लिए काम में आने वाले उपकरण व सामान जेल में पहुंचा दिया जाएगा। उपकरण मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर ही बेकरी उत्पाद जैसे स्वादिष्ट बिस्किट, जन्मदिन केक पेस्ट्री, बन आदि बनाए जाएंगे। जेल में बने उत्पाद बाजार में उतारने के लिए शहर के कुछ व्यवसायियों से बातचीत हो गई है। कुछ कारोबारियों ने सामान खरीदने की हामी भर दी है।
कैदी बंदियों को दी जाएगी ट्रेनिंग:   जेल अधीक्षक ने बताया कि कारीगर पहले जेल में बंद कैदी-बंदियों को ट्रेनिंग देंगे। इसके बाद जेल में उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इससे जेल राजस्व के साथ-साथ कैदी-बंदियों की आय भी बढ़ेगी।
बन से होगी शुरूआत, जेलों में जाएगी सप्लाई:   जेल अधीक्षक ने बताया कि बेकरी उत्पादों को तैयार करने में शुद्धता और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इस उद्योग की शुरुआत जेल में सुबह के समय नाश्ते में मिलने वाले बन को बनाकर की जाएगी। इसकी सफलता के बाद अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे। उत्पादों की पहली सप्लाई आस-पड़ोस की अन्य जेलों में भी की जाएगी।
ब्रांडनेम तैयार कर बाजार में उपलब्ध होंगे उत्पाद :  जेल प्रशासन ने अभी तक उप कारागार में तैयार होने वाले बेकरी उद्योगों का ब्रांडनेम तय नहीं किया है। यहां बनकर तैयार होने वाले उत्पादों की बाजार बिक्री के लिए जेल प्रशासन ब्रांड नेम तय करने पर विचार कर रहा है। अपने ब्रांड नेम से बाजार के थोक विक्रेताओं से बातचीत कर उत्पादों को बाजार में उतारा जाएगा।
ये काम पहले से चल रहे
– कंप्यूटर कोर्स प्रशिक्षण
– इलेक्ट्रिक झालरें बनाना
– मोमबत्ती व अगरबत्ती बनाना
– सिलाई प्रशिक्षण पूरा कर ऑर्डर भी शुरू
– चित्रकारी व पेंटिंग
– वाद्य यंत्रों का प्रशिक्षण