November 22, 2024

छात्र-छात्राएं एवं युवा अपने उद््देश्य से न भटकेंः राज्यपाल 

पन्तनगर ( आखरीआंख समाचार ) उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य अपने उधमसिंहनगर जनपद के भ्रमण के दूसरे दिन शनिवार को जीबी पंत कृृषि विश्वविद्यालय एग्रीकल्चर एवं टैक्नोलाजी पंतनगर के डा0 रतन सिंह आॅडिटोरियम में नेशनल यूथ डे द्वारा स्वामी विवेकानन्द के जीवन परिचय पर आधारित विचार गोष्टी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के उपरांत दीप प्रज्वलित करते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 तेज प्रताप द्वारा राज्यपाल को स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्मर्ति चिन्ह के रूप में भेट की। राज्यपाल ने इस मौके पर विश्वविद्यालय एवं छात्र-छात्राओ के संयुक्त रूप प्रकाशित विभिन्न पुस्तकों का भी विमोचन किया।
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि छात्र-छात्राएं एवं युवा को अपने उद््देश्य से न भटकें। उन्होने कहा कि उन छात्र-छात्राओं का मै स्वागत करती हुं जिन छात्र-छात्राओं ने विभिन्न क्षेत्र में उत्कृृष्ट कार्य किया। उन्होने सभागार में उपस्थित छात्र-छात्राएं एवं वैज्ञानिको से एक-एक गांव को गोद लेने की बात कही ताकि गांवो का विकास अच्छी तरह से हो सकें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वामी विवेकानंद ने देश को एक धागे में पिरोने का प्रयास किया उसी प्रकार हमें भी आपस में मिल जुल कर देश की प्रगति के लिये सार्थक प्रयास करना होगा। स्वामी विवेकानंद के द्वारा दिये गये मंत्र ’’उठो जागो तब तक नही रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो’’  का उच्चारण करते हुये कहा कि युवा नई-नई विद्याओं व शोध कर देश के लिये कुछ न कुछ जरूर करें। उन्होने मौजूद जन-मानस को स्वामी विवेकानंद के पद चिन्हो पर चलने की भी बात कही।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद देवी मां के भक्त थे युवाओं को उन्हंे अपना गुरू व प्रेरणाश्रोत मानना चाहिये तभी देश आगे बढ सकता है। उन्होने युवाओं को उच्च सोच रखने की बात कही। उन्होने कहा कि हमेशा जीवन में लक्ष्य बडा रखना चाहिये। आने वाली पीडियों को हमे कुछ नया करके रखना होगा जैसे जल संरक्षण संवर्द्धन, पर्यावरण को दूषित होने से रोकना, औद्योगिक क्षेत्र में नये-नये आयाम स्थापित करना, कृृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक पद्धति एवं पर्यावरण अनुकूलित खेती करना। उन्होंने भोजन की शुद्धता पर भी युवाओं का ध्यान आकर्षित किया। विचार गोष्टी पर उन्होने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये विश्वविद्यालय की उज्जवलता के लिये कामना की।
राज्यपाल ने भारत युवाओं का देश बताया और कहा कि छात्र-छात्राओं को शिक्षा का सही तरीके से लाभ लेना चाहिए। उन्होने कहा कि कृृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयों से देश को बहुत उम्मीद रहती है। उन्होने छात्र-छात्राओ को चरित्रवान एवं संस्कारी बनने को कहा। राज्यपाल ने सभागार में उपस्थित सभी जनमानस को लोहडी व मकर संक्रांती की भी बधाई दी। इसके उपरांत राज्यपाल आडोटोरियम के समीप निर्मित मन्दिर में जाकर भी दर्शन किये। इसके तद््पश्चात राज्यपाल द्वारा पंतनगर विश्वविद्यालये के गृृह विज्ञान विभाग  का भ्रमण किया। जहां पर डा0 आभा आहुजा द्वारा एवं प्रतिभा सिंह,डा0 अनीता सिंह द्वारा स्वयं सहायता समूह से परिवार संयोगी संरचना, बिच्छु घास से निर्मित हैण्डबैग व अन्य वस्तु तथा विभिन्न जड़ी बूटियों एवं पौधों से जैसे कीलमोड, बबुल, बुरांस, अखरोट आदि से निर्मित रंगो का भी निरीक्षण किया। राज्यपाल द्वारा सम्बन्धित अधिकारियो से महिलाओं द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का महिलाओं द्वारा मार्केटिंग करने की बात कही। कहा कि ताकि महिलाओं का जीवन स्तर उपर उठ सकें। इसके अलावा राज्यपाल द्वारा उसी कैम्पस में नर्सरी स्कूल को भी देखा तथा वहां छोटे-छोटे बच्चों को देखकर उत्साहित होने पर बच्चों के साथ फोटो भी खिचवाई। इसके बाद विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक, डीन एवं कुलपति के साथ विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों द्वारा विश्वविद्यालय से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। उन्होने इस पर मुख्यमंत्री के साथ वार्ता करने की बात कही। राज्यपाल द्वारा विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को मिल-जुल कर कार्य करने की बात कही। उन्होने कहा कि मै भी एक संयुक्त परिवार की बेटी व बहु हूँ सबको अपना-अपना कर्तव्य निर्वहन करना होगा। उन्होने कहा कि किसी प्रकार की भी कोई समस्या होती है तो सीधा संवाद करने की भी बात कही। इस अवसर पर छात्र-छात्राओ, प्रोफेसर, डीन एवं कुलपति ने भी अपने-अपने विचार रखे। इस अवसर पर परानजली, डा0एसके कश्यप, डा0जे कुमार, डा0एसके गुरू, स्वान्त रंजन, अरूण रावत, अनु प्रिया, स्वेता गुप्ता, मनीष कुमार, पूजा भाटी, राजेन्द्र चड््डा, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उप जिलाधिकारी नरेश चन्द्र दुर्गापाल, तहसीलदार डा0 अमृृता शर्मा, बृृजेश आदि छात्र-छात्राएं एवं वैज्ञानिक एवं प्रोफेसर उपस्थित थे।