अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में पैलेटिव केयर शुरू
अल्मोड़ा । अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में पैलेटिव केयर शुरू हो गई है। अब लाइलाज बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को अति संवेदनशील श्रेणी के इंजेक्शन लगवाने को बड़े शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मॉर्फिन जैसे दर्द निवारक देने के लिए मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा को लाइसेंस मिल गया है। मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्राचार्य डॉ सी पी भैसोड़ा ने मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अब तक पैलेटिव केयर प्रदेश के कुछ चुनिंदा अस्पतालों में ही थी। इससे बीमारी ग्रस्त मरीज और परिजनों को आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता था। भारत सरकार के निर्देश पर अब यह सेवा प्रथम चरण में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और उसके बाद जिले से लेकर प्राथमिक अस्पतालों में भी सेवा शुरू करने की योजना है। कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राहुल सिंह ने कहा कि कैंसर एड्स समेत अन्य इलाज बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को असह्य पीड़ा होती है। रोगी को दर्द से निजात देने के लिए कुछ विशेष प्रकार के इंजेक्शन और दवाएं देनी होती हैं रोगियों के विशेष देखभाल की जरूरत भी होती है। डॉ उर्मिला पलड़िया ने कहा की लाइलाज रोग ग्रस्त मरीज की देखभाल में डॉक्टर, टेक्नीशियन, फिजियोथैरेपिस्ट, नर्स समेत समाज का भी बहुत बड़ा योगदान होता है। डॉ अर्जुन देव राजन ने बताया कि पैलेटिव केयर में केरल राज्य देश में अव्वल के साथ ही इस मामले में ग्लोबल लीडर है। लाइलाज बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को जागरूक करने उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने और उनकी देखभाल में समाज के प्रत्येक व्यक्ति का योगदान जरूरी है। पत्रकार वार्ता में डॉ आदित्य चौहान, राजेंद्र दत्त बिल्जवाण आदि ने विचार रखे।