आठ पर्यटक आवास गृहों को पीपीपी मोड़ पर देने की तैयारी
उत्तरकाशी ( आखरीआंख समाचार ) उत्तरकाशी में घाटे में चल रहे गढ़वाल मंडल विकास निगम के आठ पर्यटक आवास गृह व तीन पर्यटक सूचना केंद्र और फास्ट फूड केंद्र को लीज अथवा पीपीपी मोड पर देने की पूरी तैयारी हो चुकी है। अभी तक जिले के दो पर्यटक आवास गृह पांच साल की लीज पर दे दिए गए हैं। जबकि, इसके लिए जीएमवीएन ने उद्यमियों और स्थानीय लोगों के साथ बैठकें भी शुरू कर दी हैं। अब तक दो स्थानों पर बैठक हो चुकी हैं। लेकिन, स्थानीय लोगों के अनुसार गढ़वाल मंडल विकास निगम का यह कदम अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए है।
गढ़वाल मंडल में पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम की पहले खास पहचान थी। लेकिन, संचालन सही न होने के कारण निगम के आवास गृह व सूचना केंद्र बदहाल होते गए। इससे निगम को आमदनी के बजाय घाटा होने लगा। जिला उत्तरकाशी में हरकी दून ट्रैक पर बने जीएमवीएन के सांकरी और ओसला गांव में बने पर्यटक आवास गृह को पांच साल की लीज पर दिया गया है, जिनका संचालन व्यवसायी अपने तरीके से कर रहे हैं। अब जिले के आठ और पर्यटन आवास गृह और तीन पर्यटक सूचना केंद्रों को भी लीज पर देने की तैयारी है। जीएमवीएन के अधिकारी इसके लिए इन दिनों बैठक कर रहे हैं। बड़कोट में स्थानीय लोगों व उद्यमियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
जीएमवीएन के क्षेत्रीय प्रबंधक धीरेंद्र सिह राणा ने बताया कि जीएमवीएन आठ पर्यटक आवास गृह व सूचना केंद्र के साथ फास्ट फूड सेंटर को लीज पर दे रहा है। इसके लिए उत्तरकाशी व बड़कोट के जीएमवीएन आवास गृह पर फार्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों व उद्यमियों को लीज की प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है। 30 जनवरी को लीज संबंधित निविदाएं खोली जानी हैं। जिसके नाम पर निविदा खुलेगी, उसे पांच वर्षों के लिए जीएमवीएन के ये आवास व सूचना केंद्र लीज पर दिए जाएंगे। वहीं जिला होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने बताया कि स्थानीय लोगों को यह मौका मिलना चाहिए ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिले। जीएमवीएन के आवास गृह व सूचना केंद्रों में स्थानीय लोग ही रोजगार पा रहे थे, उनका रोजगार भी छिन गया है। ऐसे में जरूरी है कि जीएमवीएन प्रशासन जरूरी कदम उठाए।