केंद्रीय बजट से कर्मचारियों में खुशी कम, निराशा ज्यादा
विकासनगर । केंद्रीय बजट से कर्मचारियों में खुशी कम ओर निराशा ज्यादा है। बजट में पुरानी पेंशन बहाली के लिए कोई प्रावधान नहीं होने से कर्मचारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही वर्ष 2016 से आठवें वेतन आयोग का इंतजार कर रहे कर्मचारियों को इस बजट में भी वेतन आयोग को लेकर कोई घोषणा नहीं होने से निराशा हुई है। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के प्रदेश संयुक्त सचिव पुष्पराज बहुगुणा, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष गडोही, शिक्षक बलविंदर कौर, मिनिस्टीरियल कर्मचारी अंशुल जांगिड़, पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि ओपीएस को लेकर जल्द ही आंदोलन किया जाएगा। कर्मचारी वर्ग को ओपीएस चाहिए। इससे कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। कहा कि टैक्स स्लैब में भी बदलाव कर्मचारियों की उम्मीदों के अनुरूप नहीं किया गया है। बजट में किए गए छूट के प्रावधान ऊंट के मुंह में जीरे के समान हैं। इससे कर्मचारियों में भारी निराशा है। कर्मचारियों को उम्मीद थी कि बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन कम से कम डेढ़ लाख किया जाएगा। कर मुक्त आय की सीमा कम से कम 10 लाख किए जाने की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। मिनिस्टीरियल संघ ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश ममगाईं ने कहा, सरकार ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के राकेश कुमार ने कहा कि बजट में कर्मचारियों की सभी मांगों की अनदेखी की गई है। इससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। यह बजट कर्मचारी एवं मजदूर विरोधी है और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाला है। सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक शीशपाल, एके सिंह ने कहा कि कोविड काल में फ्रीज किए गए कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के 18 महीने के डीए, डीआर का भुगतान, संविदा कर्मियों के नियमितीकरण को लेकर भी बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। कर्मचारियों में इन सभी मुद्दों को लेकर आक्रोश है।