उत्तराखंड में बीएससी के बाद एमए करने की मजबूरी युवाओं की
बागेश्वर । कांडा डिग्री कॉलेज में एमएससी विषयों का संचालन नहीं होने से यहां के युवाओं के सामने बीएससी के बाद एमए करने की मजबूरी है। सबसे अधिक परेशान वे लोग हैं जो दूसरे शहरों में जाकर पढ़ाई करने में आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं। मेधावी होने के बावजूद वह एमएसएसी की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। कॉलेज में एमए अंग्रेजी जैसा महत्वपूर्ण विषय भी नहीं है। इन्हीं मांगों को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इस संबंध में एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। कांडा क्षेत्र के लोग सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि कांडा डिग्री कॉलेज खुले करीब 20 साल हो गए हैं, लेकिन यहां आज भी एमएससी की कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं। जिस कारण गरीब मेधावी छात्र-छात्राएं बीएससी की पढ़ाई करने के बाद एमए विषय पढ़ने को मजबूर हैं। उन्होंने कॉलेज में अंग्रेजी विषय तथा मानव विज्ञान विषय स्वीकृत करने की मांग की। साथ ही खेल मैदान का निर्माण कराने, एनसीसी स्वीकृत कराने, कॉलेज मार्ग पर डामरीकरण कराने की मांग की। सड़क मार्ग ठीक नहीं होने से यहां आवाजाही करने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर शिक्षक अभिभावक संघ अध्यक्ष आलम मेहरा, जीवन नगरकोटी, सबिता नगरकोटी, मीना साह राजेंद्र सिंह नगरकोटी, किशोरी लाल वर्मा आदि मौजूद रहे।