सेवानिवृत कर्मचारियों के साथ न्याय करें सरकारः सुरेश डंगवाल
देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) ईपीएस- 95 नेशनल एजिटेशन कमेटी बुलढाना महाराष्ट्र राष्ट्रीय संगठन के आह्वाहन पर सभी ईपीएस-95 पेंशन धारको ने अपनी चार सूत्रीय मांगों के समर्थन में दूसरे दिन भी धरना स्थल परेड ग्राउंड में धरना दिया। गुरूवार को आयोजित धरने में संगठन के अध्यक्ष सुरेश डंगवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा देश के लगभग 60 लाख पेशन धारकांे के साथ किये जा रहे अन्याय के खिलाफ हम सभी लोग देश भर में धरने पर बैठे है।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के माध्यम से प्रत्येक प्रान्त से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजे जा रहे हंै। हमारे द्वारा विगत चार वर्षो से अपने-अपने क्षेत्र के सांसदों को भी ज्ञापन दिये गये हैं, जिससे वे हमारी जायज मांगों को भारत सरकार कैबनेट में रख कर देश भर के 60 लाख सेवा निवृत कर्मचारी के साथ न्याय कर सकें। और हमने सरकार से चार सूत्रीय मांगें रखी है। जिनमें मुख्य मांग मिनिमम पेंशन 7500$डीए दिया जाना है केन्द्र सरकार द्वारा 2014 में कोश्यारी आयोग का गठन ईपीएस-95 की मागों पर गठन किया गया जिसके अध्यक्ष कोश्यारी द्वारा अपनी रिपोर्ट प्रेषित की गई। किंतु वर्तमान सरकार द्वारा पूरे देश के गत चार वर्षो से हम सभी सेवानिवृत कर्मचारी आंदोलनरत है उन्होने कहा कि सर्तमान में केंन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा अनेक संवर्गो जैसे स्वतन्त्रता सेनानी, वृद्वावस्था, विधवा पेंशन पर अपने संसाधनों से 1000रु से 1500रु तक पेशन दे रही है किन्तु हम सभी ईपीएस पेंशन धारकों से 30 वर्ष से 40 वर्ष तक सेवा में वेतन से प्रतिमाह पेशन हेतु 12 प्रतिशत कटोती के उपरान्त भी 500रु से 2000रु तक पेशन दी जा रही है जिसमें पूर्व अवधि की कटौती के हिसाब से भी प्रति सेवानिवृत्त को 12000रु पेशन दी जा सकती है जिसके विरोध में हम सभी पेशन धारक केन्द्र सरकार के विरोध में अनशन पर बैठे हैं। अध्यक्ष सुरेश डंगवाल ने कहा कि हमारी चार मुख्य मांगें ये है मिनिमम पेशन 7500$डीए, बिना पेंशन वाले कर्मचारियों को 500रु, फ्री मेडिकल सेवा, कोश्यारी आयोग रिपोर्ट लागू की जाये आदि। इस अवसर पर धरने में ऋर्षिकेश, हरिद्वार, रूडकी, कोटद्वार, के सेवानिवृत के अलावा भुवनचंद नैनवाल, मोहन सिंह नेगी, इन्द्रजीत सिंह, महावीर विष्ट, रजत कुमार, रामप्रकाश, हरपाल सिंह, आदि बडी संख्या में सेवानिवृत कर्मचारी उपस्थित रहे। मंच का संचालन सुभाष शाह द्वारा किया गया।