काकड़ीघाट क्षेत्र को आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता
अल्मोड़ा । जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय शुक्रवार को काकड़ीघाट पहुंचे। यहां उन्होंने कर्कटेश्वर महादेव मंदिर में मत्था टेका तथा स्वामी विवेकानंद के ध्यान स्थल का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने यहां ज्ञानवृक्ष एवं स्वामी विवेकानंद से जुड़ी चीजों के बारे में विभिन्न जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यह स्थल अध्यात्म की विशिष्टता को समेटे हुए है। यहां दूर दूर से स्वामी विवेकानंद के अनुयायियों का आवागमन होता रहता है। यहां पर्यटन की भी अपार संभावनाएं व्याप्त हैं, इसलिए इस क्षेत्र को आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने यहां उपस्थित अधिकारियों एवं स्थानीय नागरिकों से क्षेत्र में पर्यटन विकास हेतु चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस स्थल की सुंदरता के लिए नदी के बहाव के अनुरूप यहां सुविधाओं एवं ब्यूटीफिकेशन के कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा कि यहां नौगांव वासी भू मालिकों को पर्यटन की गतिविधियों से जोड़ा जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने यहां स्थानीय लोगों के साथ चौपाल लगाकर उनकी समस्याएं भी सुनी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने सड़क, पानी, जंगली जानवर, सिंचाई जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भी सौंपे, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा बल्कि उन पर सकारात्मक कार्यवाही की जाएगी। जल जीवन मिशन के कार्यों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद भर में जल जीवन मिशन के कार्यों की जांच
कराई जा रही है। जांच में जिसकी भी गलती सामने आएगी उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने गढ़स्यारी गांव में उद्यान विभाग के माध्यम से लगाए गए किशन सिंह के आड़ू के बगीचे का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि बागवानी में अन्य किसानों को भी जोड़ा जाए तथा फलों के उत्पादन को बढ़ाया जाए। यहां संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत राहुल आनंद, मुख्य कृषि अधिकारी विनोद शर्मा, तहसीलदार हेमंत मेहरा, खंड विकास अधिकारी ताड़ीखेत ताराचंद समेत अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं लोग उपस्थित रहे।