परिसंपत्तियों के बंटवारे पर महाराज के बयान पर हरीश रावत का प्रहार

देहरादून । परिसंपत्तियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के एक बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के ये शीर्ष मंत्री और आध्यात्मिक गुरु एक बार फिर इस मुद्दे पर प्रदेश की जनता को बरगला रहे हैं। सोशल मीडिया में आनी एक पोस्ट में पूर्व सीएम रावत ने इस मुद्दे को लेकर मंत्री सतपाल महाराज की खिंचाई की है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्ष से भाजपा के कई मुख्यमंत्री आए और गए, मंत्री आए और गए। हर कोई हर बार यही बयान देते रहे हैं। मगर परिसंपत्तियां उत्तराखंड को आज तक नहीं मिली हैं। कहा कि कांग्रेस की सरकार तीन वर्ष रही (2014 से 2017)। इस दौरान सरकार ने परिसंपत्तियां भी लीं, जो पैसे उत्तराखंड को मिलने थे, वह भी लिए। जल संपति के बंटवारे में भी कई नहरें और कई सिंचाई परिसंपत्तियां वापस लीं।
रावत ने कहा कि हम सिंगल इंजन की सरकार थे। आज तो दोनों राज्यों में डबल व ट्रिपल इंजन की सरकारें हैं। परिसंपत्तियों के नाम पर तो उत्तराखंड को कुछ भी नहीं मिला। इतना जरूर हुआ कि हरिद्वार, बदरीनाथ और केदारनाथ में बहुमूल्य भू-खंड उत्तर प्रदेश को दे दिए गए।
अतिक्रमण हटाओ अभियान पर उठाए सवाल
पूर्व सीएम रावत ने कहा कि रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे सरकारी भूमि को खाली कराने के लिए गरीबों के घरों पर तो निशान लगाए जा रहे हैं, जबकि बड़ी-बड़ी इमारतों की तरफ देखा भी नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह 20 अप्रैल को इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। उनके विरोध का क्या तरीका होगा, इसका खुलासा वह बाद में करेंगे।