डीएम के जनता दरबार में 13 समस्याएं लेकर पहुंचे लोग

बागेश्वर । सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत सोमवार को तहसील सभागार में जनता दरबार लगाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य जिले के आम नागरिकों की समस्याओं को सीधे सुनना और त्वरित समाधान करना है। जनता दरबार में विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने अपनी परेशानियां जिलाधिकारी के समक्ष रखीं। इनमें मुख्य रूप से सड़क, पेंशन, स्वास्थ्य, अवैध कब्जे और पानी की आपूर्ति से संबंधित कुल 13 शिकायतें दर्ज की गईं। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने मौजूद विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे जन समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और उनका उचित समाधान जल्द निकालें। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी फरियादी को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी शिकायत की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए और अधिकारियों को अपने कार्य के प्रति स्पष्ट और सकारात्मक रवैया अपनाना होगा। पंद्रहपाली निवासी बहादुर राम ने सिंचाई नहर का मलवा खेत पर डालने की शिकायत की। उन्होंने खेत को समतल कराने और सुरक्षा दीवार बनवाने की मांग की। ओखलधार के बसंत कुमार ने असों-ओखलधार मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी की शिकायत की। मेहनरबूंगा के देवराम ने मोटर मार्ग के कटान का मलवा अपनी निजी भूमि पर डालने की शिकायत करते हुए उसे हटाने की मांग की। सानिउडियार के देवेंद्र कुमार ने क्षेत्र में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा बेनाप भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान बनाने की शिकायत की। मजियाखेत निवासी प्रकाश चंद्र जोशी ने क्षेत्र में पानी की कमी बताते हुए आपूर्ति सुचारू कराने का अनुरोध किया। समुटी के हीरा सिंह ने दिव्यांग पेंशन के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद भी पेंशन न मिलने की शिकायत की। संजय शाह जगाती ने द्यागण-आरे-बालीघाट मोटर मार्ग को चौड़ा करने की मांग रखी। जनता दरबार के उपरांत जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन और हैलो बागेश्वर में प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की। इसलिए अधिकारी व्यक्तिगत रुचि लेकर समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने हैलो बागेश्वर में प्राप्त होने वाली शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण करने के सख्त निर्देश दिए। जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, एसडीएम मोनिका, जितेंद्र वर्मा, अनिल सिंह रावत, ईई लोनिवि संजय पांडे, एके पटेल, जल संस्थान सीएस देवड़ी, जल निगम वीके रवि, सिंचाई केके जोशी आदि मौजूद रहे।