बैजनाथ पुलिस की ग्राम गलई में रात्रि चौपाल, सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
नशा, साइबर अपराध और सामाजिक कुरीतियों के प्रति किया जागरूक, मौके पर ही कई मुद्दों का समाधान
गरुड़ (बागेश्वर) । पुलिस मुख्यालय देहरादून एवं पुलिस अधीक्षक, जनपद बागेश्वर के निर्देशों के क्रम में पुलिस उपाधीक्षक बागेश्वर श्री अजय शाह की अध्यक्षता में तथा कोतवाली प्रभारी श्री कैलाश सिंह बिष्ट की उपस्थिति में कोतवाली बैजनाथ क्षेत्र के ग्राम गलई में रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं को सुनना, उनके निस्तारण हेतु तत्काल कार्यवाही करना तथा पुलिस और जनता के बीच विश्वास एवं सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करना रहा।
रात्रि चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों से संवाद स्थापित करते हुए उनकी विभिन्न समस्याओं की जानकारी प्राप्त की। कई मुद्दों का निस्तारण मौके पर ही किया गया, जबकि कुछ मामलों को संबंधित विभागों के माध्यम से सुलझाए जाने हेतु दर्ज किया गया।
चौपाल में उपस्थित नागरिकों को बढ़ते साइबर अपराधों से सतर्क रहने के लिए जागरूक किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में OTP, बैंक विवरण या व्यक्तिगत जानकारी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें।
साथ ही ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी नई साइबर धोखाधड़ी की तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 अथवा www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने की अपील की गई।
कार्यक्रम में महिलाओं की सुरक्षा एवं अधिकारों पर चर्चा करते हुए पुलिस ने उन्हें “डायल 1090” (महिला हेल्पलाइन) और “112” (आपातकालीन सेवा) नंबरों की जानकारी दी।
महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा, उत्पीड़न या हिंसा की स्थिति में इन नंबरों का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया गय।
पुलिस उपाधीक्षक श्री अजय शाह ने युवाओं को नशे की लत से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति, परिवार और समाज तीनों को प्रभावित करता है।
उन्होंने सभी ग्रामीणों से नशा उन्मूलन अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने और समाज में नशा-मुक्त वातावरण स्थापित करने का आह्वान किया।
चौपाल के दौरान उपस्थित लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी दी गई।
पुलिस अधिकारियों ने हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से करने, तेज गति और मोबाइल फोन का प्रयोग करते हुए वाहन चलाने से बचने की अपील की।
उन्होंने कहा कि “सुरक्षित ड्राइविंग ही जीवन की सुरक्षा की गारंटी है।”
समापन के अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक श्री अजय शाह ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच संवाद एवं सहयोग ही एक सुरक्षित और सशक्त समाज की नींव है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की चौपालें न केवल समस्याओं के समाधान का माध्यम हैं, बल्कि जन-जागरूकता और जनसहभागिता का भी सशक्त मंच हैं।
ग्राम गलई के ग्रामीणों ने पुलिस विभाग की इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से जनता को अपनी समस्याएं सीधे पुलिस अधिकारियों के समक्ष रखने का अवसर मिलता है।
ग्रामीणों ने अपेक्षा व्यक्त की कि भविष्य में भी इस प्रकार की रात्रि चौपालें नियमित रूप से आयोजित की जाती रहेंगी।
