गुलदार का ख़ौफ़ , वन विभाग की टीम पहुंची किड़ई गांव
बागेश्वर ( आखरीआंख ) दुग-नाकुरी तहसील के पचार और किड़ई गांव में इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ है। गुलदार ने तीन दिन पहले किड़ई गांव में एक 14 साल की किशोरी को अपने जबड़े में ले लिया था। हालांकि, किशोरी ने हिमत दिखाकर उससे पांच मिनट तक लड़ाई लड़ी। इसके बाद परिजन भी बाहर आ गए और गुलदार वहां से भाग गया। शनिवार की देर शाम वन विभाग के कर्मचारी गांव पहुंचे। उन्होंने पीडि़त परिवार का हाल जाना और लड़की के इलाज के लिए पांच हजार रुपये की नगद धनराशि दी। वन विभाग की टीम गांव में रहकर गस्त भी की। धरमघर रेंज के वन दरोगा मोहन सिंह कोरंगा, भूपाल सिंह तथा देवेंद्र सिंह शनिवार की देर शाम किड़ई गांव पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले घायल किशोरी का हाल जाना। उसके बाद पिता खुशाल सिंह से घटना के बारे में जानकारी ली और घटनास्थल का भी मौका मुआयना किया। इस दौरान गांव के अन्य लोग भी वहां जमा हो गए। उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों को बताया कि इन दिनों गेहूं मढ़ाई तथा कटाई काम चल रहा है। इतना ही नहीं गांव में सोमवार को एक शादी भी होनी है। उन्होंने गुलदार को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि वे दो दिन गांव में रहकर गस्त करेंगे। ग्रामीण यदि लिखित में मांग करेंगे तो गांव में पिंजरा भी लगा दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने लोगों से रात के समय बचों को अकेले बाहर न भेजने, घर के आसपास की झाड़ी काटने और रात में बाहर आते समय टॉर्च साथ लेकर जाने की अपील की। कहा कि लाइट होने के बाद भी टॉर्च लेकर अवश्य जाएं। खेतों में काम करने के लिए अकेले जाने के बजाए झुंड में जाएं। हाथ में डंडा आदि लेकर चलें।
किड़ई गांव के लिए धरमघर रेंज के कर्मचारी गांव भेजे हैं। उन्होंने पीडि़त परिवार को पांच हजार रुपये की सहायता राशि दी है। दो दिन तक वे गांव में रहकर गस्त करेंगे। इसके बाद पिंजरा लगाने की कार्रवाई की जाएगी। – बलवंत शाही, डीएफओ, बागेश्वर।