शिक्षकों के लिए लमचूला के ग्रामीण लामबंद
बागेश्वर( आखरीआंख ) । शिक्षकों और प्रधानाध्यापक की मांग को लेकर लमचूला के ग्रामीणों ने जिला मुयालय में प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि विद्यालय में लंबे समय से शिक्षकों की कमी बनी हुई है। इस पीड़ा को वे जन सुनवाई में चार बार रख चुके हैं, लेकिन समस्या आज भी जस की तस है। विद्यालय में 104 छात्र-छात्राएं अध्ययरत हैं। इनमें भी अधिकांश अनुसूचित जाति के हैं। जल्द मांग पूरी नहीं होने पर बचों की टीसी काटकर विद्यालय में तालाबंदी कर देंगे। लमचूला के ग्रामीण सोमवार को जिला मुयालय में पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि राजकीय उचत्तर माध्यमिक विद्यालय में लंबे समय से शिक्षकों का टोटा बना हुआ है। विद्यालय में इस समय 104 छात्र-छात्राएं शिक्षा ले रही हैं। अंग्रेजी, गणित जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की तैनाती आज तक नहीं हो पाई है। सिर्फ तीन शिक्षकों के सहारे विद्यालय चल रहा है। एक शिक्षक हमेशा ही कार्यालय के कार्यों में व्यस्त रहने के कारण वे अपना विषय नहीं पढ़ा पा रहे हैं। शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कहा कि वे अपनी इस मांग को जन सुनवाई शिविर में चार बार रख चुके हैं, इसके बाद भी समस्या आज भी जस की तस है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर शिक्षकों की व्यवस्था मानकों के अनुसार नहीं की गई तो वे अपने बाों की टीसी कटवाकर विद्यालय में तालाबंदी करने को बाध्य होंगे। यहां मोहन सिंह, महेश राम, सुरेश राम, भुवन राम, बसंत राम, पनी राम, पूरन राम, गोपाल राम, कमला देवी, रेवती देवी, पनी राम लीला देवी, रेवती देवी, धना देवी, हरीश राम, जगदीश राम आदि रहे।