November 22, 2024

भ्रूण लिंगानुपात में भ्रामक तथ्य पेश करने को लेकर आक्रामक हुई काँग्रेस

देहरादून,   ( आखरीआंख )  कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने उत्तरकाशी जिला प्रशाशन पर जिले की क्षवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गत 18 जुलाई को जिला प्रशासन द्वारा जारी भ्रूण लिंगानुपात की रिपोर्ट से  पूरे देश मे उत्तरकाशी की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। उन्होंने कहा कि सस्ती लोकप्रियता के चक्कर में आंकडो को इस तरह पेश किया गया कि मानो उत्तरकाशी जिले में मात्र 133 गाव ही होंगे। गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2019 से लेकर 30 जून 2019 के बीच इन 3 महीनों में 133 गांवों में 216 प्रसव हुए और सारे के सारे बेटे ही पैदा हुए।
यहीं से खबर ने जोर पकड़ा और नेशनल मीडिया ने भी यही दिखाया कि 133 गावों वाले उत्तरकाशी जिले में पिछले तीन महीनों में 216 डिलीवरी हुई जिसमे सबके सब लड़के पैदा हुए। यानी मीडिया में ये परोसा जा रहा है कि देवभूमि के इस सीमांत उत्तरकाशी जिले में कन्या भू्रण हत्या का खेल चरम पर है। कांग्रेस प्रवक्ता ने ऐसी खबरों को गलत बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन द्वारा जारी  आंकड़े बताते हैं कि 1 अप्रैल 2019 से लेकर 30 जून 2019 के बीच इन तीन महीनों में यदि उत्तरकाशी जिले के 133 गावों में 216 बेटे पैदा हुए तो इन्हीं तीन महीनों में इसी उत्तरकाशी जिले के 129 गावों में 180 बेटियों ने भी जन्म लिया किन्तु प्रशाशन ने सिर्फ 133 गाँव मे जन्मे 216 बेटों के पैदा होने की खबर वायरल कर दी और बेटियों के पैदा होने की जानकारी नही दी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सीमांत जनपद उत्तरकाशी की आबादी लगभग 3 लाख 50 हजार की है तथा जिले में 506 ग्राम पंचायतें हैं। इन ग्रामपंचायतों को जोड़कर कुल 692 राजस्व ग्राम हैं। साथ ही 3 बड़ी नगरपालिकाएं व 3 नगर पंचायतें भी हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की  रिपोर्ट में जो आंकड़े  अभी जारी हुए हैं उनके मुताबिक उत्तरकाशी जिले में इन तीन महीनों में यानी 1 अप्रैल 2019 से लेकर 30 जून 2019 के बीच 961 प्रसव हुए, जिसमे 468 बेटे व 479 बेटियों का जन्म हुआ है तथा 14 शिशुओं की मौत हुई है। काँग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरकाशी जिले में भ्रूण लिंगानुपात अन्य जनपदों से बेहतर है।  इस तिमाही में उत्तरकाशी जिले में भ्रूण लिंगानुपात के अनुसार 1000 बालक के सापेक्ष
1024 बालिकायें हैं। काँग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से अपील की है कि वे मामले का संज्ञान गंभीरता से  लेते हुए काशीनगरी की क्षबि धूमिल करने वाले अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करें.।