September 8, 2024

डीएम ने किया मोहन सिंह मेहता सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र बैजनाथ गरूड़ का औचक निरीक्षण

बागेश्वर  ( आखरीआंख )   चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज मोहन सिंह मेहता सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र बैजनाथ गरूड़ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सालय में दवा वितरण कक्ष, पंजीकरण कक्ष, एक्सरे कक्ष, आपातकालीन कक्ष, डे्रसिंग कक्ष, इन्जेक्शन कक्ष, बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष, अल्ट्रासाउंड कक्ष, होम्योपैथिक कक्ष व जनरल वार्डो का निरीक्षण कर चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को दी जाने वाली सुविधा एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दवा वितरण कक्ष का निरीक्षण करते हुए मरीजों का उपलब्ध करायी जाने वाली दवार्इयों की उपलब्धता की जानकारी ली जिस पर डॉ आर.एस.गुज्यांल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि चिकित्सालय में सभी आवश्यक दवार्इयां उपलब्ध हैं किंतु कभी कबार कोर्इ दवा समाप्त होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी से मांग की जाती है जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये है कि चिकित्सालय में सभी रोगो की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे ताकि आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जिलाधिकारी ने एक्सरे कक्ष का निरीक्षण किया जिसमें एक्सरे कक्ष में डिजिटल मशीन लगी है जिसके माध्यम से मरीजों का एक्सरे किया जा रहा है जिस पर डॉ0 गुज्यांल ने कहा कि यह एक्सरे मशीन छोटी होने के कारण मरीजों का पूरा एक्सरे नही हो पा रहे है जिससे परेशानी हो रही है इसके लिए उन्होंने 300 एमएम एक्सरे मशीन होने से आने वाले मरीजों का एक्सरे ठीक ढंग से किया जायेगा, जिस पर जिलाधिकारी ने डॉ गुज्यांल को निर्देश दिये है कि चिकित्सालय में 300एमएम की एक्सरे मशीन क्रय करने के लिए प्रस्ताव तैयार करें ताकि अनटार्इड़ फंड से धनराशि स्वीकृत की जा सकें। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के डाक्टरों एवं उपस्थित कर्मचारियों को निर्देश दिये है कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सभी डाक्टरों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी है। उन्होने चिकित्सालय में बेहतर साफ सफार्इ व्यवस्था रखने के निर्देश दिये ताकि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को कोर्इ परेशानी न हो और कहा कि साफ सफार्इ बेहतर होगी तो मरोजों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में किसी प्रकार के उपकरणों एवं दवाओं के लिए धनराशि की कमी है तो उसके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा और कहा कि बेहतर स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है इसके लिए धन की कही कमी नही होने दी जायेगी।महिला ओपीडी कक्ष का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में आने वाले गर्भवती महिलाओं के बारे में जानकारी ली जिस पर डॉ0 सपना राजपूत ने अवगत कराया कि महिला ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 90 से भी अधिक महिलाओं का स्वास्थ परीक्षण किया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखते हुए उनकों लगने वाले टीके इत्यादि समय-समय पर लगायें जाय तथा उन्हें सुरक्षित प्रसव चिकित्सालय में कराने के लिए प्रेरित करने को कहा इसके लिए उन्होंने गर्भवती महिलाओं की काउसलिंग भी कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अल्ट्रासाउंड कक्ष का निरीक्षण किया जिसमें उन्होंने उपस्थित महिलाओ से हालचाल जानते हुए उन्हें उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जिस पर महिलाओं ने कहा कि चिकित्सालय में उनका नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है तथा दवायें भी चिकित्सायालय से उपलब्ध करायी जा रही है। जिलाधिकारी ने जनरल वार्ड का निरीक्षण करते हुए वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल जाना तथा चिकित्सालय से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जिस पर मरीजों के तामीरदारों के बताया कि चिकित्सालय में मरीजों का ठीक ढंग से उपचार किया जा रहा है तथा दवार्इयां भी चिकित्सालय से ही उपलब्ध करायी जा रही है। जिलाधिकारी ने उपस्थित मरीजों एवं तामीरदारो से कहा कि जिन व्यक्तियों ने अभी तक आयुष्मान कार्ड नही बनाये है वह अपना कार्ड अवश्य बना ले तथा इस योजना का लाभ उठायें ताकि उन्हें सभी चिकित्सा सुविधायें नि:शुल्क उपलब्ध हो सकें। जिलाधिकारी ने होम्योपैथिक कक्ष के निरीक्षण के दौरान होम्योपैथिक से की जा रही चिकित्सा के संबन्ध में जानकारी ली जिस पर डॉ0 सिमरन जीत कौर ने अवगत कराया कि होम्योपैथिक चिकित्सा से मरीजों को ठीक ढंग से उपचार किया जा रहा है जिसमें पथरी, त्वचा, खांसी जुकाम आदि रोगों का ठीक ढंग से उपचार किया जा रहा है तथा इसके उपचार से मरीजों को फायदा हो रहा हैं जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है होम्योपैथिक से लोगो का उपचार हो रहा है किंतु लोगो में जानकारी का अभाव है इसके लिए उन्होंने होम्योपैथिक से जिन रोगो का उपचार किया गया है उसके लिए विडियों सहित केश स्टडी कर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पंजीकरण कक्ष का निरीक्षण करते हुए हो रहे पंजीकरणों की जानकारी ली जिस पर डॉ0 गुज्यांल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि चिकित्सालय में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीजों का पंजीकरण किया जाता है जिसमें विगत 04 माह में चिकित्सालय में 17500 मरीजों का उपचार किया गया है जिसमें चिकित्सालय में आने वाले बीपीएल एवं आयुष्मान कार्ड धारकों को नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। जिलाधिकारी ने पंजीकरण कक्ष में दिव्यांगों के लिए अलग से पंजीकरण कक्ष की व्यवस्था करने को कहा ताकि दिव्यांगो को किसी प्रकार की कोर्इ परेशानी न हो। चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने तहसील गरूड़ का भी निरीक्षण किया जिस पर जिलाधिकारी द्वारा तहसील द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यो की जानकारी लेते हुए विभिन्न पंजिकाओं का अवलोकन किया। जिलाधिकारी द्वारा जनाधार केन्द्र का निरीक्षण करते हुए उपलब्ध कराये जा रहे प्रमाण पत्रों के बारे में जानकारी ली जिस पर उपजिलाधिकारी गरूड़ जयवर्द्धन शर्मा के द्वारा अवगत कराया गया कि सभी प्रमाण पत्र समय से निर्गत किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सेवा का अधिकार, सूचना अधिकारी, पेंशन प्रकरण आदि के संबन्ध में भी जानकारी लेते हुए संबन्धित प्रकरणो पर समय से कार्यवाही करने के निर्देश दियें। जिलाधिकारी ने तहसील मे ंस्थापित आपदा कन्ट्रोल रूम का भी औचक निरीक्षण किया इस दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी एवं संबन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि मानसून के दौरान क्षेत्र में कोर्इ घटना घटती है तो उसका तत्काल मौका मुआयना करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें तथा आपदा कन्ट्रोल रूम में भी शिकायत पंजिका का रखरखाव ठीक प्रकार से करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा आपदा बचाव एवं राहत हेतु उपलब्ध करायें उपकरणों का भी निरीक्षण किया जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी उपकरण उपलब्ध है उनके संचालन के लिए संबन्धित कार्मिको को प्रशिक्षण दिया जाय। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी गरूड़ जयवर्द्धन शर्मा, तहसीलदार नवाजिश खलीक सहित संबन्ति अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।