December 23, 2024

डीएम ने किया सिलिंगतोली विद्यालय का निरीक्षण, खण्ड शिक्षा अधिकारी गरुड़ का वेतन रोकने के दिये निर्देश

बागेश्वर ( आखरीआंख )  जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने विकास खण्ड गरूड़ के क्षेत्रान्तर्गत प्राइमरी पाठशाला सिलंगतोली का औचक निरीक्षण किया, विद्यालय में कक्षा 01 से 05 तक कुल 14 बच्चे अध्ययनरत हैं, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों से विभिन्न विषयों से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जिनमें से बच्चों के द्वारा कुछ ही प्रश्नों की जवाब दिया जा सका जिस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। विद्यालय में कार्यरत एक मात्र कार्यरत शिक्षा मित्र नरायण गोस्वामी ने जिलाधिकारी को बताया कि प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत एक मात्र अध्यापिका श्रीमती सबिता देवी का स्थानान्तरण पिछले माह पचना में किया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी, गरूड़ के वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी गरूड के द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण नही किया गया साथ ही प्राथमिक विद्यालय सिलिंगतोली में कार्यरत एक मात्र नियमित शिक्षिका का स्थानान्तरण करने के पश्चात किसी भी नियमित शिक्षक की तैनाती नही की गयी। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी, बागेश्वर को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा देना व बच्चों के सर्वागींण विकास में अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसी उद्देश्य से अध्यापक बच्चों को उच्चकोटी की शिक्षा प्रदान करें यह बात सुनिश्चित की जाय। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य के संबन्ध में शिक्षामित्र को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण में कोर्इ भी बच्चा छूट न पायें तथा समय-समय पर होने वाले स्वास्थ्य परीक्षण में प्रत्येक बच्चे का परीक्षण अनिवार्य रूप से करायें।जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान कार्यरत शिक्षामित्र को निर्देश दिए कि बच्चों को पूर्ण मनोयोग एवं लगन के साथ पढ़ाये, पढ़ार्इ में लापरवाही कतर्इ न बरती जाय, लापरवाही बरतने पर नियमानुसार कडी कार्यवाही भी अमल में लार्इ जायेगी। साथ ही उन्होंने विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बनाये जावे वाले चावल, दाल आदि का भी परीक्षण किया जो ठीक पाया गया, उन्होंने भोजन माता से बच्चों को साफ-सफार्इ के साथ मीनू के अनुसार गुणवत्तापरक भोजन परोसने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण किया। जिसमें मात्र 03 बच्चे पंजीकृत हैं, जो उपस्थित थें। आंगनबाड़ी केन्द्र की छत भी जीर्ण-शीर्ण हालत में है जिस पर जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को प्राइमरी विद्यालय में ही बैठाकर पठन-पाठन करने के निर्देश दिये।निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी,एसñएसñएसñ पांगती, जिला विकास अधिकारी, केñएनñ तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी, अरूण कुमार वर्मा, खण्ड विकास अधिकारी बी.सी.पंत, नायब तहसीलदार, भूपाल सिंह मटियानी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।