December 23, 2024

ऐतिहासिक कोटभ्रमरी मेले का भव्य आगाज

बागेश्वर । ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कोट भ्रामरी नन्दाष्टमी मेले का देर सायं हुआ आगाज। माननीय क्षेत्रीय बिधायक चन्दन राम दास ने किया मेले का उद्घाटन। नन्दाष्टमी मेला कोट भ्रामरी मन्दिर के प्रथम प्रवेश द्वार पर विधिवत उद्घाटन कर मा0 बिधायक बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में कहा कि पहाड के लोग हजारों सालों से कठिन जीवन में जीने के बावजूद भी अपनी खेती बाडी के साथ-साथ धार्मिक कार्यक्रमों में बढचढकर भाग लेते है। यह उनकी आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मेलों में हमारी सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिलती है जो हमारी पहचान है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की संस्कृति अन्य प्रदेशों से भिन्न है जो आस्था से जुडी है। उन्होंने कहा कि मॉ नन्दा उत्तराखण्ड की कुलदेवी है नन्दा की हर गांव में पूजा होती है। इस ऐतिहासिक मेले को भव्य रूप से प्रतिवर्ष इसी प्रकार मनाया जायेगा। मा0 बिधायक ने मेला उदघाटन के उपरान्त कोट भ्रामरी मन्दिर में जाकर पूजा अर्चना कर मॉ नन्दा से देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने पूजा अर्चना के बाद विभिन्न विभागों द्वारा लगाये स्टालों का भी अवलोकन किया।
माननीय बिधायक ने मेला उद्घाटन के पश्चात सांस्कृतिक मंच का द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया इससे पूर्व उन्होंने डा0 भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति में माल्यार्पण कर श्रृद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश चन्द्र सिंह ऐठानी, पूर्व विधायक कपकोट ललित फस्वाण निवर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह परिहार, साहित्यकार गोपाल दत्त भट्ट, पुलिस अधीक्षक प्रति प्रियदर्शिनी, मुख्य बिकास अधिकारी एस.एस.एस. पागती को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। तथा सांस्कृतिक कलाकारों के द्वारा अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।मेला उद्दघाटन के अवसर पर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, पूर्व विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, निवर्तमान ब्लाक प्रमुख भरत फस्र्वाण, गोपाल दत्त भट्ट, निवर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेन्द्र परिहार, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य/मेलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, उपजिलाधिकारी गरूड़ जयवर्द्धन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक महेश जोशी, तहसीलदार नवाजिश खलिक, सहित जनपद स्तरीय अधिकारी एवं अनेक गणमान्य व्यक्ति, अधिकारी एवं कर्मचारी तथा काफी संख्या में मेलाथ्र्ाी मौजूद थे।