रातों-रात पीपल का पेड़ काटे जाने पर स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियो में रोष
उत्तरकाशी। नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड संया दो में सुरकंडा मंदिर परिसर में वर्षों पुराना पीपल का हरा पेड़ रातों-रात काटे जाने पर स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी व्यक्त की है। स्थानीय लोगों ने बुधवार को मंदिर परिसर में पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की मांग की ।नगर पालिका चिन्यालीसौड़ के वार्ड नंबर 2 में स्थित सुरकंडा देवी मंदिर परिसर में पीपल का काफी पुराना हरा भरा पेड़ था। जिस पर श्रद्धालु सुबह शाम पूजा अर्चना करते थे। लेकिन गत मंगलवार रात को किसी ने इस पेड़ को काट दिया। बुधवार सुबह जब श्रद्धालु जलाभिषेक को मंदिर परिसर पहुंचे तो उन्हें पीपल के पेड़ का नामोनिशान नही मिला। जिससे श्रद्धालु हतप्रभ रह गए और आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद नगर क्षेत्र के अन्य लोग भी मंदिर परिसर पहुंचे और पेड़ काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लग गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि पीपल का पेड़ हमारी आस्था का प्रतीक है परंतु प्रशासन और वन विभाग की मिलीभगत से पेड़ को रातों-रात कटवा दिया। जो बहुत ही निंदनीय है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। वहीं प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार बीएस रावत ने आक्रोशित लोगों को शांत किया और एक सप्ताह के भीतर मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आश्वासन दिया। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शूरवीर रांगड, जोत सिंह बिष्ट, महावीर, शाही कोठारी,नरेंद्र नेगी, ओमप्रकाश सेमवाल, सुमन बडोनी, पूर्ण बिष्ट, मेहरबान नेगी ,गुरजीत रावत,प्रदीप बिष्ट, दर्मियान रावत ,सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग मौजूद थे।