October 23, 2024

देवप्रयाग से नेपाल के लिए चली श्रीराम की बारात

नई टिहरी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर भारत और नेपाल के रिश्तों को मजबूत बनाने के लिये संस्कृति विभाग देहरादून की ओर से भगवान राम की तपस्थली देवप्रयाग स्थित रघुनाथ मन्दिर से ढोल दमाऊ और रणसिंघो की गूंज के साथ श्री राम बारात ने नेपाल के जनकपुर के लिये प्रस्थान किया। गुरुवार को सांस्कृतिक साहित्य एवं कला परिषद उत्तराखण्ड उपाध्यक्ष घनानन्द ने रघुनाथ मन्दिर में पूजा अर्चना कर श्रीराम की वर यात्रा की रवानगी की। उन्होंने कहा कि विश्व में राम राय की तरह सुख शांति व सौहार्द हो और सब लोग आपस में भाई-भाई की तरह रहें, यही इस बारात का संदेश और उद्देश्य है। कहा पहली बार उत्तराखंड सरकार के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा नेपाल के साथ सौहार्द और मैत्री सबन्ध बनाने के लिए राम बारात का आयोजन किया जा रहा है। जो भविष्य में प्रतिवर्ष देवप्रयाग के रघुनाथ मन्दिर से भव्य रूप से निकाली जाएगी। बताया अब तक अयोध्या से परपरा अनुसार राम बारात निकाली जाती रही है लेकिन इस बार श्रीराम बारात को भगवान राम की तपस्थली के सुप्रसिद्ध रघुनाथ मन्दिर से निकाल कर यहां के लोग इसका हिस्सा बन रहे हैं। कहा देवप्रयाग नेपाल के लोगों का मुय तीर्थ भी है। गोरखा शासन काल में रघुनाथ मंदिर का मुय द्वार अमर सिंह थापा ने बनवाया था जिसे नेपाल में ढोका कहा जाता है। नेपाली भाषा के ग्रंथ हिमवत्स खण्ड में देवप्रयाग की सबसे अधिक महिमा वर्णित है। अब तक नेपाल के कई प्रधानमंत्री देवप्रयाग तीर्थ का भ्रमण कर चुके हैं। उनके तीर्थपुरोहित यहां लाल मुहरिया पंडे कहे जाते हैं, जिन्हें नेपाल राजदरबार से लाल मुहर देकर मान्यता दी गयी है। वहीं राम बारात को देखने के लिये भारी संया में क्षेत्रीय जनता के साथ विदेशी लोग भी मौजूद रहे। मौके पर जौनसार बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच एवं सामाजिक संस्था के कलाकारों ने भगवान राम के जयकारों और नृत्य के साथ राम बारात निकालते हुए जनकपुर नेपाल रवाना हुए। इस अवसर पर भाजपा नगरध्यक्ष शशि ध्यानी, विजय जोशी, धनेश तिवाड़ी, सुरेश तिवाड़ी, ऋतिक बडोला, सुनील गैरोला, इंद्रदत्त, अशोक टोडरिया, जसपाल, देवेंद्र आदि मौजूद थे।