November 22, 2024

देवप्रयाग में सरकार के खिलाफ फूटा तीर्थपुरोहित समाज का गुस्सा

टिहरी। सरकार की ओर से प्रस्तावित श्राइन बोर्ड के विरोध में तीर्थपुरोहित समाज की महिलाएं भी उतर आयीं हैं। तीर्थनगरी देवप्रयाग में श्राइन बोर्ड के विरोध में निकली तीर्थपुरोहितों की आक्रोश रैली में युवाओ के साथ महिलाएं भी शामिल हुई। महिलाओं ने हाथों में ततियों लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए श्राइन बोर्ड का पुरजोर विरोध किया। मंगलवार को तीर्थनगरी देवप्रयाग में तीर्थपुरोहित समाज ने नगरभर में आक्रोश रैली निकालते हुए श्राइन बोर्ड का पुरजोर विरोध किया। बसअड्डे से शुरू हुई आक्रोश रैली तीर्थनगरी के टिहरी-पौड़ी जिले स्थित बाजारों से होती श्री रघुनाथ मन्दिर तक पहुचीं। आक्रोशित तीर्थपुरोहित हाथों में सरकार व बोर्ड के खिलाफ ततियां लेकर नारेबाजी कर विरोध जताया। रैली में शामिल हुई तीर्थपुरोहित समाज की महिलाओं ने भी सरकार के निर्णय का विरोध किया। पूर्व सासंद प्रतिनिधि नीता ध्यानी ने कहा कि श्राइन बोर्ड तीर्थपुरोहितों व हक हकूकधारियो की रोजी रोटी छीनने का षड्यंत्र है। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शुभांगी कोटियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ-बदरीनाथ की यात्रा पर आते रहे हैं, मगर उन्होंने कभी श्राइन बोर्ड गठन की बात नहीं की। पूर्व सभासद रेखा भट्ट ने सरकार तीर्थो व तीर्थपुरोहितों को पूरी तरह मिटाकर उन्हें टूरिस्ट स्थल बनाना चाहती है। महिला प्रतिनिधियों ने कहा कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय तीर्थो की प्राचीन परपराओ को नष्ट कर यहां सरकार शराब फैक्टी व ठेके खोल रही है, जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए श्राइन बोर्ड में कुंभनगरी हरिद्वार, ऋषिकेश सहित कुमाऊं क्षेत्र का कोई तीर्थ शामिल न होने का सवाल उठाया। रैली में सरिता कर्नाटक, शुभा तिवारी, रजनी बडोला, सुमन कोटियाल, विहिप बदरीनाथ के पूर्व अध्यक्ष विजय ध्यानी, श्रीकांत बडोला, शशिकांत पंचभैया, राहुल कोटियाल, डॉ. प्रभात रतूड़ी, अतुल जागीरदार, उत्तम भट्ट, विनोद टोडरिया, उपवन ध्यानी, मुकेश पंचपुरी, हरिओम उनियाल, अत्रेश आदि शामिल रहे।

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