बैमौसमी धान की फसल से प्रतिबंध हटाया जाए : भाकियू
काशीपुर। सोमवार को भाकियू प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अगुवाई में दर्जनों किसान तहसील भवन पहुंचे। किसानों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार जोगा सिंह को सौंपा। ज्ञापन में कहा कि राय सरकार द्वारा फरवरी मार्च में लगाये जाने वाले धान को प्रतिबंधित किया जा रहा है जो कि गलत है। बेमौसमी धान केवल तराई में ही उगाया जाता है ऐसे में इस फसल पर प्रतिबंध लगने से किसानों में आक्रोश है। कहा कि तराई क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में जल स्तर है ऐसे में यह फसल उगाया जाना सुविधाजनक है। कहा कि तराई क्षेत्र में अत्यधिक फैक्ट्रियां लगने से पानी का दोहन हो रहा है न कि फसल से । किसानों ने कहा कि बारिश होने की वजह से मटर व लाई की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिसका विकल्प बेमौसमी धान ही है। कर्नाटक, बंगाल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु में धान की तीन-तीन फसलें उगाई जाती है तो फिर उत्तराखंड में इन फसलों पर प्रतिबंध क्यों लगाया जा रहा है। किसानों ने सरकार से प्रतिबंध हटाने की मांग की।इस मौके पर दलजीत रंधावा, सुखदेव सिंह नरखेड़ा, बिजेंद्र डोगरा, हरचरन सिंह, सुखवंत सिंह, राजेंद्र सिंह आदि अनेकों किसान मौजूद रहे।