October 23, 2024

बागेश्वर में फिर हुई टनकपुर बागेश्वर रेल की मांग मुखर

बागेश्वर। टनकपुर-बागेश्वर रेल निर्माण संघर्ष समिति की यहां हुई बैठक में मार्ग का निर्माण शुरू नहीं होने नाराजगी जताई गई। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही क्षेत्र का विकास होगा। यहां पर्यटकों की आदम में बढ़ोत्तरी होगी। सरकार से राष्ट्रीय प्रोजक्ट में शामिल मार्ग का जल्द निर्माण कराने की मांग की। उन्होंने जिले में जबरन थोपे गए प्राधिकरण के काले कानून को वापस लेने की मांग की है। समिति से जुड़े लोग रविवार को तहसील परिसर में पहुंचे। यहां जोरदार नारेबाजी के साथ केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण की मांग सबसे पुरानी है। ब्रिटीशकाल से मार्ग निर्माण का सर्वे शुरू हुआ। बाद में भारत सरकार ने भी कई बार सर्वे करने के बाद मार्ग को राष्ट्रीय प्रोजक्ट में शामिल किया। इस बात को भी कई साल बीत गए हैं। आज तक इसके लिए बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि संगठन से जुड़े लोग कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा रेल मंत्री से मिल चुके हैं। उन्हें मार्ग निर्माण का आश्वासन तो मिलता रहा, लेकिन बजट अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने जल्द बजट स्वीकृत करने की मांग की है। इसके अलावा जिला विकास प्राधिकरण तथा महायोजना का भी विरोध किया गया। वक्ताओं ने इसे जनता के लिए अभिषाप बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष नीमा दफौटी तथा संचालन महामंत्री खड़क राम ने किया। इस मौके पर महेश चंद्र पांडे, गिरीश चंद्र पाठक, डुंगर सिंह नेगी, रमेश राम टटा, लक्ष्मण सिंह परिहार, डॉ. प्रताप सिंह गडिय़ा, लक्ष्मी धर्मशक्तू, ललिता असवाल, तायरा बानो, सुरेंद्र सिंह मेहरा, रमेश टटा, ममता नेगी, सुनीता टटा, पार्वती पांडे, सरस्वती गैलाकोटी आदि मौजूद रहे।