तीर्थ दर्शन भ्रमण पर देवप्रयाग पहुंचा मणिपुर का परिवार
नई टिहरी। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बाद भी तीर्थनगरी देवप्रयाग में तीर्थदर्शन व भ्रमण के लिए मणिपुर मूल का एक परिवार बंगलुरू से दो दिवसीय यात्रा पर देवप्रयाग पहुंचा। श्रद्धालुओं ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर उन्हें किसी तरह का भय नहीं है। वह सुदूर दक्षिण भारत से उत्तराखण्ड तक पहुंचे हैं।बंगलुरू में कार्यरत मणिपुर मूल की मेमोन सिंघा अपने माता पिता व भाई के साथ देवप्रयाग यात्रा पर पहुंचे। मेमोन ने बताया कोरोना वायरस को लेकर सजग लोगों में कोई दहशत नहीं है। बताया बंगलुरू हवाई अड्डे पर उन्हें किसी तरह की जांच का सामना नहीं करना पड़ा। मगर जिन व्यक्तियों को तेज खांसी व जुकाम था उनकी डॉक्टरों की टीम तत्काल जांच कर रही थी। मेमोन के पिता मनेंद्र सिंघा, माता पंचवती व भाई मोमोन सिंघा ने बताया कि देहरादून जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर भी सामान्य भारतीय यात्रियों की भी कोई विशेष जांच नहीं होने से वह कोरोना की दहशत के बिना ही लोग आते-जाते दिखे। संदिग्ध लोगों की जांच के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात जरूर थी। बंगलुरू हवाई अड्डे पर जहां अधिकांश लोग मास्क लगाए हुए थे, उसके मुकाबले जॉलीग्रांट में काफी कम लोग ही मास्क का इस्तेमाल करते दिखे। जबकि हवाई अड्डों पर कोरोना वायरस के बचाव हेतु लगातार मास्क लगाने व सेनेटाइजर का उपयोग करने के बारे में सूचना दी जा रही है। वैष्णव धर्म अनुयायी मणिपुर मूल के परिवार ने देवप्रयाग स्थित वेधशाला में मणिपुर राजघराने से जुड़े फोटो व दस्तावेजो को भी देखा जो 1958 से यहां रखे गए हैं। मणिपुर का श्रद्धालु परिवार हरिद्वार में नारायण शिला पूजन के बाद वापिस बंगलुरु लौटेगा। कहा कोरोना के भय के बिना वह अपनी धार्मिक यात्रा से जुड़े सभी विधि विधानों को पूरा करने में विश्वास रखते हैं।