जिपं अध्यक्ष पर लगाया रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप
बागेश्वर। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य हरीश ऐठानी, कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने बागेश्वर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव पर तीन महीने के कार्यकाल में आउट सोर्सिंग से अपने भांनजे, भतीजे और देवर को जिला पंचायत में नौकरी पर रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस नियुक्ति को लेकर सदन तक को विश्वास में नहीं लेने की बात कही है। पत्रकार वार्ता में पिछले दरवाजे से तीनों को नौकरी देने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग उठाई है। यह आरोप कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को कुमंविनि के पर्यटन अवास गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान लगाए हैं। उन्होंने कहा कि निदेशक पंचायतराज संजीव कुमार नाथ के हस्ताक्षरयुक्त नियुक्ति पत्र में कनिष्ठ अभियंता के पद पर हरीश सिंह, कनिष्ठ सहायक चतुर सिंह तथा श्याम सिंह के नाम हैं। ये तीनों जिला पंचायत अध्यक्ष के नजदीकी रिश्तेदार हैं। इनकी तैनाती पर्यावरण एवं जन कल्याण समिति किछा के माध्यम से की गई है। दोनों ने कहा कि बगैर सदन को विश्वास में लिए बगैर अपने रिश्तेदारों को नौकरी पर रखना घोर अनियमितता है। पूरे मामले की जांच कर अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। इसके अलावा उस पत्र की भी जांच होनी चाहिए जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष ने कर्मचारियों की तैनाती की मांग की है। ऐठानी ने कहा कि 12 जनवरी को उनके कार्यकाल में जिला पंचायत में पूर्व में तैनात दस कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने की बात की गई थी। इसका प्रस्ताव भी पास किया गया था। इन कर्मचारियों को भी सरकार के हटाने के आदेश दे दिए थे। उच न्यायालय ने मामले में स्टे दिया हुआ है, एक तरफ पूर्व में रखे कर्मचारियों को बाहर करने की साजिश हो रही है वहीं दूसरी तरफ अपने रिशेतदारों की तैनाती बगैर सदन को विश्वास में लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सड़कों पर उतकर का आंदोलन करेगी। जरूरत पड़ी तो न्यायालय की शरण में भी जाएंगे। पूरी तैनाती में आरक्षण व्यवस्था की भी अनदेखी की है। इस मामले में वे शपथ पत्र भी भरकर देने को तैयार हैं। इस मौके पर पूर्व दर्जाधारी राजेंद्र सिंह टंगडिय़ा, कांग्रेस नगर अध्यक्ष धीरेंद्र कोरंगा और जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र खेतवाल आदि मौजूद रहे।
विपक्ष का आरोप पूरी तरह निराधार हैं। मेरे स्तर से कोई भी नियुक्ति नहीं हुई है। जिला पंचायत में जो भी नियुक्ति हुई है वह शासन स्तर से हुई है। विपक्ष चाहे तो मामले की जांच करा सकता है। जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। – बसंती देव, जिला पंचायत अध्यक्ष बागेश्वर।