राज्यपाल बेबी रानी मौर्य का शिक्षा , महिला सशक्तिकरण, क़ृषि व उज्ज्वला योजना सहित मूलभूत सुविधाओं पर विशेष जोर,
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने रविवार को बागेश्वर पहुॅचकर देर सायं बागेश्वर सरस मार्केट पहुंची जहां पारम्परिक कुमाऊंनी परिधान में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने उनका स्वागत किया। श्रीमती मौर्य ने सरस मार्केट में जनपद के विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों जय अम्बे स्वयं सहायता समूह आजीविका परियोजना, फेणीनाग ऊलन विपणन केन्द्र, बुनकर समिति, ओम स्वयं सहायता समूह, जनजाति महिला समूह के अतिरिक्त इन्द्रा अम्मा भोजनालय कैन्टीन, बागनाथ दुग्ध डेयरी, जिला उद्योग केन्द्र, जलागम आदि स्थापित स्टालों का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि इनकी विपणन की पृथक से व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि परम्परागत उत्पाद जैसे मडुवा, मादिरा आदि को बढ़ावा देने के लिए तथा इस सामग्री से बनने वाले विभिन्न सामग्री को ऐतिहासिक स्थानों पर स्टाल लगाकर विपणन करने को कहा। ताकि कृषकों के उत्पादों का सही मूल्य प्राप्त हो सके और किसानों की आय में बढोत्तरी हो सके। महिलाओं के द्वारा किये गये अच्छे प्रर्दशन को देखते हुए राज्यपाल द्वारा महिलाओं की प्रशंसा की गयी।
भ्रमण के उपरान्त राज्यपाल ने लो.नि.वि. विश्राम गृह कक्ष में जिलाधिकारी समेत अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने जनपद की कानून व्यवस्था सहित विकास कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए अनेक अभिनव प्रयोग करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने जनपद में स्थापित तहसीलों, विकासखण्डों सहित नगर पालिका, नगर निकाय के बारे में भी जानकारी प्राप्त की साथ ही जनपद में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना को साकार करने के लिए एक हमें एक अभियान के तहत जो लोग शौचालय विहिन है उन्हें शौचालय उपलब्ध कराना होगा। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत पात्र लोगों को अधिकाधिक लाभ पहुॅचाने की कोशिश करनी होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने राज्यपाल को अवगत कराया कि जनपद बागेश्वर स्वच्छता पर पूर्ण रूप से ओ.डी.एफ. की श्रेणी में आ चुका है इसी क्रम में भारत सरकार द्वारा जनपद को स्वच्छता पर प्रथम स्थान देकर नवाजा गया है। स्वच्छता मिशन के अन्तर्गत अधिकाधिक शहरों, कसबों, ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ेदान की व्यवस्था हो सके इसके लिए ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों व आम लोगों को जागरूक किया गया है। उन्होंने जनपद के सदूर ग्रामीण आंचलों तक पात्र लोगों को उज्जवला योजना के अन्तर्गत अच्छादित करने के निर्देश दिये। इस बैठक में उन्होंने स्वास्थ व्यवस्था को दूरस्त करने के लिए हमें प्रयास करना होगा कि सीमित संसाधनों के अन्तर्गत अधिकाधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके। उन्होंने कृषि, उद्यान, पशु पालन, डेयरी उद्योग से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि कास्तकारों को बेमौसमी सब्जी उत्पादन, जैविक खेती, उन्नतशील पशुओं के पालन सहित हल्दी, अदरक व फलों उत्पादन की ओर आगे बढ़ने के लिए किसानों को जागरूक करने को कहा। इसके अलावा जनपद में पर्यटन व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए अछूत पर्यटन स्थलों को विकासित करने हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। महिला सशक्तीकरण के अन्तर्गत महिलाओं को आत्म निर्भर बन सके इसके लिए उन्हें स्वयं सहायता समूह के गठन के लिए प्रेरित कर स्वरोजगार की ओर प्रेरित करना होगा।
बैठक में राज्यपाल ने जिलाधिकारी को कहा कि जो भी विकास कार्य व चालू योजनाओं का कार्य गतिमान है उन योजनाओं को समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण करने को कहा। कहा कि विकास योजनाओं का गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। किये जा रहे कार्यों का अधिकारी निरंतर मानिटरिंग करें।
बैठक में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 जे.सी.मण्डल, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चन्द्र सिंह रावत, जिला विकास अधिकारी के.एन. तिवारी, मुख्य कृषि अधिकारी बी0पी0मौर्या, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी देवेन्द्रनाथ गोस्वामी आदि उपस्थित थे।