बागेश्वर में ढील के दौरान नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
बागेश्वर। पुलिस की सती के बाद भी जिला मुयालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। सुबह सात से एक बजे तक ढील के दौरान कई लोग बगैर किसी काम के भी सड़कों पर निकल रहे हैं। नुक्कड़ों, सड़क के किनारे वाहनों को खड़ा कर जमावड़ा लगा रहे हैं। चार से छह लोग एक साथ निकल रहे हैं। नदी में नहाने वालों की भी कोई कमी नहीं है। 21 दिन के लॉकडाउन का पहला चरण मंगलवार को समाप्त हो गया है। इसके बाद तीन मई तक का लॉकडाउन और बढ़ गया है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग को ही कोरोना फैलसे से रोकने के लिए कारगर उपाय माना जा रहा है। इसके बावजूद लोग गंभीर नहीं दिख रहे हैं। लॉकडाउन के समय पर पुलिस की सती के कारण सड़कों पर जरूर सन्नाटा पसर रहा है, लेकिन ढील के समय इस लोग बेलगाम हो रहे हैं। कुछ जरूरी सामान खरीदने के लिए निकल रहे हैं तो कुछ लोग बिना किसी काम के निकल रहे हैं। ऐसे लोग सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं कर रहे हैं। उनका मकसद सिर्फ घूमना है। उनके पास मास्क तक नहीं हैं। नेपाल मूल के कई लोग जो लोगों के मकानों में किराये पर रह रहे हैं वे शाम के समय सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं। तहसील मार्ग पर ऐसे लोगों की संया काफी है। पुलिस ऐसे लोगों को कई बार चेतावनी भी दे चुकी है, फिर भी इन पर कोई असर नहीं दिख रहा है। इसके अलावा यातायात के नियमों का भी पालन नहीं हो रहा है। बगैर हेलमेट के ही लोग फर्राटा भर रहे हैं। यदि बीमारी की गंभीरता को समझते हुए ऐसे लोग नहीं चेते तो आने वाले भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भी लोगों को भुगतने होंगे। सोशल डिस्टेसिंग के लिए कई संगठन लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, लेकिन इसका भी इन लोगों पर असर नहीं पड़ रहा है।
लॉकडाउन के दौरान सुबह सात से एक बजे तक जरूरी सामान खरीदने की ढील दी जा रही है। इस दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। पुलिस दिन-रात गश्त कर रही है। तहसील मार्ग पर कुछ लोग अनावश्यक आवाजाही कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। जो किरायेदार नहीं मानेंगे उसके मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई होगी। – रचिता जुयाल, एसपी, बागेश्वर।