पंचतत्व में विलीन हुए शहीद गोकर्ण सिंह, सैन्य समान के साथ अंत्येष्टि
पिथौरागढ़। जमू कश्मीर के उड़ी में बीते शुक्रवार को पाकिस्तानी हमले में शहीद हुए गोकर्ण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। नाचनी स्थित रामगंगा घाट पर राजकीय व सैन्य समान के साथ अंत्येष्टि की गई। शहीद के बेटे और चाचा ने चिता को मुखाग्नि दी। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद के नाम के नारे लगाते हुए उसे अंतिम विदाई दी। सोमवार सुबह करीब आठ बजे मुनस्यारी के नापड़ गांव स्थित शहीद के घर से अंतिम यात्रा शुरू हुई। घर से निकली शव यात्रा में सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरा इलाका जब तक सूरज चांद रहेगा, गोकर्ण तेरा नाम रहेगा की गूंज से गुंजायमान हो उठा। घाट में सेना के जवानों ने पार्थिव शरीर को शस्त्र सलामी दी। बेटा मनीष और चाचा प्रेम सिंह ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी। श्रद्धांजलि देने वालो में विधायक विशन सिंह चुफाल, हरीश धामी, पूर्व दर्जा मंत्री कुंदन बथ्याल, कुमाऊं स्काउट के सीओ आरएस बिष्ट, मेजर शाही, 21 कुमाऊं से सूबेदार मनोहर दत्त, हवलदार रंजीत चंद मौजूद रहे।