यूपी के विधायक समेत कई लोगों के पास जारी हो जाना अफसरों की गंभीर चूक: मदन कौशिक
देहरादून। यूपी के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत दस लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ का पास जारी होने को सरकार ने अफसरों की बड़ी चूक माना है। चूक किस स्तर पर हुई और क्यों हुई इसकी पड़ताल की जा रही है। रास्ते में विधायक और उनके साथियों की जांच क्यों नहीं की गई और उन्हें आगे कैसे जाने दिया गया इसकी भी पड़ताल की जा रही है। सभी तथ्य सामने आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। साोमवार को सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने विधानसभा में पत्रकारों के सवालों के जबाव में कहा कि जिस धाम के अभी तक कपाट ही नहीं खुले हैं और केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिस धाम में अभी तक लोगों को दर्शन की इजाजत नहीं है। वहां जाने के लिए यूपी के विधायक समेत कई लोगों के पास जारी हो जाना अफसरों की गंभीर चूक है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर विषय है और रास्ते में अफसरों ने विधायक समेत अन्य लोगों की जांच क्यों नहीं की यह जांच का विषय है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही चूक का पता चला तत्काल विधायक सहित सभी लोगों को रोक दिया गया और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। कौशिक ने कहा कि सरकार ने इस मामले का परीक्षण करने का निर्णय लिया है। इस बात का परीक्षण कराया जा रहा है कि पास कैसे जारी हो गए और रास्ते में जांच क्यों नहीं हुई। पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले दिन की वजह से हुई बाजार में भीड़, धीरे धीरे ठीक होगी स्थिति
सोमवार को बाजार में भारी भीड़ उमडऩे के मामले में कौशिक ने कहा कि सोमवार को लबे लॉक डाउन के बाद बाजार खुले इसलिए बाजार में यादा भीड़ जमा हो गई। उन्होंने कहा कि पहला दिन होने की वजह से ऐसा हुआ और धीरे धीरे यह ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन कराने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि बाजार में यादा भीड़ न हो इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
फंसे हुए लोगों को पहले लाएगी सरकार
कौशिक ने पत्रकारों के सवालों के जबाव में कहा कि सरकार उन लोगों को पहले राय में लाने के प्रयास कर रही है जो रास्तों में फंसे हुए हैं या किसी राय के राहत शिविर में हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग घर पर हैं उन लोगों को अभी लाने पर विचार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राय से बाहर मुशीबत में रह रहे लोगों की मदद की जाए और उन लोगों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए।