July 1, 2024

कांग्रेस की शीर्ष प्राथमिकताओं में हमेशा रहती है जनसमस्याएं: मातबर कण्डारी

देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में चुनाव प्रचार समिति की बैठक पूर्व मंत्री मातवर सिंह कण्डारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कंाग्रेस चुनाव प्रचार समिति के सभी सदस्यों ने भाग लिया। बैठक के उपरान्त समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री मातवर सिंह कण्डारी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यदि उत्तराखण्ड की जनता कांग्रेस पार्टी को विजय बनायेगी तो स्थानीय जनसमस्याओं के निराकरण को कांग्रेस शीर्ष प्राथमिकता देगी।
केन्द्र में मोदी सरकार ने 100 स्मार्ट सिटी बनाने का जनता को आश्वासन दिया था, देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी में रखा गया था, किन्तु साढे चार साल पूर्ण होने पर भी स्मार्ट सिटी के नाम पर कोई काम नहीं हो पाया। अक्सर नगरपंचायतों नगरपालिका परिषदों एवं महानगरों में नालियों की सफाई न होने से दुर्गन्ध आती रहती है फलतः राहगीरों को बदबू का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी सिवर लाइन चोक बन्द हो जाती है और सीवर का पानी सड़क में फैल जाता है जिससे नगरवासियों को बडी परेशानी को सामना करना पड़ता है। कूडा उठान की अव्यवस्था से जनता को काफी परेशानी होती है इससे भी महामारी फैलने का डर रहता है। कहीं-कहीं पर सडकों में पथ-प्रकाश न होने से रात्रि के समय जनता बड़ी परेशान रहती है, महानगरों में फोंगिंग की सुव्यवस्था न होने से डेंगू जैसी घातक बिमारी से आम जनता ग्रसित होती है। केन्द्र सरकार ने नमामे गंगे की सफाई के लिए जनता को आश्वासन दिया किन्तु साढे चार साल व्यतीत होने पर  स्वच्छ गंगा के लिए सार्थक कदम नहीं उठाये गये। केन्द्र सरकार ने स्वच्छ भारत बनाने का भी संकल्प लिया था यह संकल्प सपना जैसा लग रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी परन्तु किसी को भी रोजगार नहीं मिला, केन्द्र सरकार ने नोटबन्दी की, इससे जनता परेशान रही, बैंक के अधिकारी कर्मचारी परेशान रहे, व्यापार में मंदी आयी, जीएसटी ने व्यापारियों को परेशान किया, किमतें बढ़ी, जनधन योजना ने  गरीब जनता के पैसे का भारी नुकसान किया। विदेश से काला धन वापस नहीं आया किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई, मोदी सरकार का सबसे बड़ा घोटाला राफेल घोटाला है, इसमें बडी धनराशि की हेरा फेरा की गई,। नरेन्द्र मोदी का न खाऊंगा न खाने दुंगा का नारा झूठा साबित हुआ। अच्छे दिन कब आयेंगे? प्रदेश में जीरो टाॅलरेंस की सरकार उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार नहीं मिटा पाई। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है, सरकार अधिकारी लोग चला रहे हैं। सरकार निर्णय लेने में असक्षम है। एनआईटी श्रीनगर का मामला सरकार ने उलझा दिया। 2014 में कांग्रेस सरकार ने एन आई टी श्रीनगर के लिए भूमि चयनित कर ली थी, चार दिवारी का निर्माण कर दिया था, लेकिन अब वर्तमान सरकार नई भूमि तलाश कर रही है। उत्तराखण्ड की वर्तमान सरकार हर मामले को उलझाना चाहती है। उत्तराखण्ड के सरकार ने देश-विदेश के पूंजीपतियों को निवेश के लिए देहरादून में बुलाया, 60 करोड रूपये खर्च हुए, लाभ कुछ भी नहीं मिलां।
कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति ने बैठक में निर्णय लिया कि स्थानीय निकाय चुनाव में कमर कसकर घर-घर वार्ड-वार्ड जाकर कांग्रेस का प्रसार करेंगे, बूथ मैनेजमेंट का सुप्रबन्धन किया जाएगा। अपने पार्टी के सहयोगी पार्टी के नेताओं से सहयोग लिया जाएगा, आनुषांगिक संगठनों को सक्रिय किया जाएगा, हर वर्ग के प्रभावशाली व्यक्तियों को चुनाव प्रचार प्रसार में लगाया जाएगा,। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में केन्द्र और प्रदेश सरकार विकास के कार्य करने में असमर्थ है मात्र कांग्रेस पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो जन समस्याओं का समाधान कर सकती है। चारों तरफ से आवाज आ रही है कि भाजपा को सरकार चलानी नहीं आती है। कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो शासन को सही चलाती है, जन सेवा देश सेवा और क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस पार्टी का पहला स्थान है। कांग्रेस सरकार ने मलिन बस्तियों को मलिकाना हक दिलाने के लिए एक कानून बनाया था, इसका पालन न करते हुए भाजपा ने मालिकाना हक दिलाने  के आदेश को फिलहाल तीन साल के लिए टाल दिया। बैठक में राजेन्द्र शाह, महेश जोशी, राजेश चमोली,श्याम सिंह चैहान, संग्राम सिंह पुण्डीर, देवेन्द्र बुडोला, नवीन पयाल, आशीष देसाई, हरपाल सेठी राजेश उनियाल अनिल सिंगारी आदर्श सूद उपस्थित थे।