अभाविप ने फूंका चीन सरकार का पुतला
बागेश्वर। व्यापार मंडल के बाद अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चीन निर्मित सामान का बहिष्कार का संकल्प लिया है। गत दिनों चीन द्वारा सीमा पर भारतीय सेना पर किए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। वक्ताओं ने भारत सरकार से चीन को इस कृत का मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है। नाराज कार्यकर्ताओं ने चीन सरकार का पुतला दहन किया। परिषद से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता शुक्रवार को डिग्री कॉलेज में एकत्रित हुए। यहां चीन के खिलाफ जोरदार नारेबजी की। वक्ताओं ने कहा कि चीन का अधिकतर उत्पादन भारत में खपता है। उसकी सारी अर्थव्यवस्था हमारे सहारे चल रही है। इसके बाद भी हमारी सेना को ही आंख दिखाने की हिमाकत कर हा है। परिषद आज से ही चीन निर्मित सामग्री का बहिष्कार करेगा और लोगों को भी इसके लिए जागरूक करेगा। वक्ताओं ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भारतीय सेना पर हुए हमले का कड़ा जवाब देने की मांग की। इसके बाद छात्रों ने चीन का पुतला दहन किया। इस मौके पर जिला संयोजक अंकित ऐठानी, छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी, शिवम पांडे, भूपेंद्र दानू, हिमांशु जोशी,आशीष कुमार, मनीष, मोहित लोहनी, जिज्ञाशु पंत, नीरज बिष्ट आदि उपस्थित थे।
बहकावे में आकर सीमा विवाद खड़ा कर रहा नेपाल
बागेश्वर। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व जिला उपाध्यक्ष शिव सिंह टंगडिय़ा ने एक विज्ञप्ति जारी कर नेपाल को चेताया है। उन्होंने कहा कि नेपाल चीन के बहकावे में आकर सीमा विवाद खड़ा कर रहा है। वह भारत के साथ रोटी-बेटी, सांस्कृतिक, धार्मिक तथा रिश्तों को नजर अंदाज कर रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास को देखकर आपस में बैठकर इस समस्या का हल निकाला जा सकता है। लेकिन चीन के मकडज़ाल में फंसकर भारी गलती करता जा रहा है। नेपाल के लोगों के जो हित भारत सुरक्षित हैं वह दुनिया में कहीं नहीं हैं।