January 11, 2025

बागेश्वर में आजीविका बढ़ाने को मिली बकरियों की चपेट में आकर घर की बकरियां भी मरी

बागेश्वर। पशुपालकों को आजीविका बढ़ाने के लिए दी गई बकरियों की चपेट में आने से उनकी घर की बकरियां भी मरने लगी हैं। अब लोगों ने मिशन के तहत दी गई बकरियों की जांच कर पशुपालकों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। मालूम हो कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बर मिशन द्वारा बकरी पालन गतिविधि पालन को बढ़ाने के लिए महिला समूहों को हिमगिरि आजीविका व संजीवनी आजीविका संघ के 23 समूहों के 180 चयनित परिवारों को बकरियां दी गई। लेकिन बकरियों की मानकों के हिसाब से नहीं मिलने व बिना कोरेंनटाइन किए महिला समूहों को बांट दी गईं। गांव में पहुंचने के बाद बकरियां बीमार होने लगीं। अब उनकी चपेट में आकर उनकी घर की बकरियां भी बीमार होकर मरने लगी हैं। महिलाओं की आजिवीका तो बड़ी नहि बल्कि घर की बकरियां मरने से रोजगार पर संकट आ गया है। समूह सदस्य भगवती देवी ने बताया कि बताया की जब से बकरियां मिली तब से गावो में और भी जानवर बीमार हो गए हैं। रमा देवी की बकरी भी मिल गई साथ ही अभी तक पूरे क्षेत्र में जब से बकरियां मिली अभी तक 10 से 12 बकरियां मर गई व और भी बीमार हैं। अभी तक न पशुपालन से कोई भी गांव में देखने नहीं आया जिससे महिलाओं में विभाग व प्रशासन के प्रति आक्रोश है।