किसानों की आय दोगुनी अभी भी दूर की कौड़ी -उत्तराखंड सीड्स एवं तराई डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की बदहाल स्थिति
काशीपुर। उत्तराखंड सीड्स एवं तराई डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड इन दिनों बदहाल स्थिति में है। वर्तमान में आज यहां मात्र चौकीदार समेत दो से तीन ही कर्मचारी हैं। टीडीसी कार्यालय में किसान बीज लेने से कतरा रहे हैं। एक समय ऐसा था, जब सैकड़ों की तादाद में किसान उच कोटि का बीज लेने को काशीपुर स्थित टीडीसी कार्यालय पहुंचते थे। तमाम अधिकारी और कर्मचारी किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए बैठा करते थे। आज यहां आलम ये है कि मात्र चौकीदार और दो से तीन ही कर्मचारी ही कार्यालय में मिल पाएंगे। किसान भी बीज लेने के लिए इस कार्यालय का रुख नहीं कर रहे हैं। लगभग दो साल पहले कार्यालय में लगा साइन बोर्ड भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसे सही कराने की जहमत किसी भी जिमेदार अधिकारी ने अभी तक नहीं दिखाई है। कार्यालय प्रभारी मोहित शर्मा का कहना है कि कार्यालय की मरमत के लिए अधिकारियों ने उचाधिकारियों को लिखित में अवगत करा दिया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यालय को बीज प्रमाणीकरण संस्था को बेचने पर विचार चल रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि कार्यालय को मेंटेनेंस की जरूरत तो है। देश भर में उच स्तर के बीजों के लिए एक समय इस तराई बीज विकास निगम का बड़ा नाम हुआ करता था। पर इसकी ये हालत अब ऐसी कैसे हो गई, ये अपने आप में बड़ा सवाल है। सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के दावे तो खूब करती है, लेकिन टीडीसी कार्यालय की हकीकत देख इन दावों की सचाई सबके सामने है।