निरंजनी अखाड़ें में बनाएं जाएंगे एक लाख नागा सन्यासी: स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज
हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य म.म.स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि 22 अप्रैल से 27 अप्रैल तक एक लाख नागा संयासी तैयार किए जाएंगे। जो सनातन धर्म की रक्षा में योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 12 संतों को महामण्डलेश्वर पदवी भी प्रदान की जाएगी। निरंजनी अखाड़ा सनातन संस्कृति व धर्मरक्षा में अपना योगदान देता चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि कठिन साधना के बाद नागा सन्यासी तैयार होते हैं। उन्होंने कहा कि नागा सन्यासी अखाड़े की परंपराओं का निर्वहन तो करते ही हैं। साथ ही धर्म रक्षा में अपना योगदान देते हैं। कुंभ मेले में धर्म ध्वजा स्थापना के बाद नागा सन्यासियों को ध्वजा के नीचे दीक्षा देने की परंपरा चली आ रही है। नागा सन्यासी धर्म संस्कृति का संरक्षण संवद्र्धन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। म.म.स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि नागा सन्यासी कुंभ मेले की शान हैं। पेशवाई में भी नागा सन्यासी ही आकर्षण का केंद्र होते हैं। देश भर से आने वाले करोड़ों श्रद्धालु नागा सन्यासियों के प्रति अटूट श्रद्धाभाव रखते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला सनातन संस्कृति को दर्शाने वाला अद्भूत संगम है। कुंभ मेले की आलोकिकता संत महापुरूषों व नागा सन्यासियों के तप बल पर अपनी भक्ति से श्रद्धालु भक्तों का कल्याण करते हैं। निरंजनी अखाड़े के माध्यम से एक लाख नागा सन्यासियों को दीक्षा प्रदान की जाएगी। आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य म.म.स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि 22 अपै्रल से 27 अप्रैल तक 1 लाख नागा सन्यासी बनाए जाएंगे। उनमें अधिक संया में युवा सन्यासियों की होगी। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के निरंजनी अखाड़े का आचार्य महामण्डलेश्वर बनने से युवा संतों में ऊर्जा का संचार हुआ है। स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि युवा संत राष्ट्र की एकता अखण्डता और धर्म का प्रचार करने में अहम भूमिका अदा करेंगे।