अदाणी का किलारायपुर में आईसीडी बंद करने का निर्णय, देखा जा रहा किसान आंदोलन की जीत के रूप में
नयी दिल्ली , । सात महीने से किसानों के चल रहे धरना प्रदर्शन की वजह से अडानी ग्रुप ने पंजाब के किलारायपुर स्थित अपने आईसीडी परिचालन को बंद करने का निर्णय लिया है।
ग्रुप ने इस सम्बन्ध में कल पंजाब तथा हरियाणा उच्च न्यायालय में अपना हलफनामा दाखिल किया और कहा की इन सात महीनो में राज्य सरकार की तरफ से उसे कोई भी सुरक्षा तथा सुविधा उपलब्ध नहीं कराई है।
ग्रुप ने वर्ष 2017 में सरकार द्वारा चलाई गयी एक खुली और प्रतिस्पर्धात्मक बोली के तहत पंजाब के लुधियाना के किलारायपुर में 80 एकड़ में एक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (आईसीडी किलारायपुर) की स्थापना की थी। इस लॉजिस्टिक्स पार्क का उद्देश्य लुधियाना और पंजाब के अन्य जगहों पर स्थित उद्योगों को, रेल और सड़क के माध्यम से कार्गो आयात और निर्यात की सेवाएं प्रदान करना था। लेकिन जनवरी 2021 से प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर आईसीडी किलारायपुर के मेन गेट की नाकेबंदी कर दी और माल की आवाजाही, लोगों के आने-जाने में रुकावटें पैदा करना शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि पिछले सात महीनो में इस पार्क से कोई भी व्यावसायिक कार्य नहीं हो पाया है, लेकिन अडानी ग्रुप ने लोगों की तनख्वाह को चालू रहने दिया तथा संस्थान के मेंटेनेंस का खर्चा भी उठाती रही।
इस दौरान कंपनी ने पुलिस अधिकारियों से भी कई बार शिकायत की और अंतत: मार्च में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दाखिल करने का निर्णय लिया।