रिवर्स पलायन प्रदेश के लिए अच्छा संकेत: राज्यपाल
नई टिहरी। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने कहा कि कोविड के दौरान रिवर्स पलायन अच्छा संकेत हैं। टिहरी में वापस लौटे युवा बेहतर काम कर रहे हैं। टिहरी झील, फ्लोटिंग हट और दुनिया में बेहतरीन डिजायन से बना डोबरा-चांठी पुल बेहतर मिसाल हैं। यहां देश-विदेश के लोग आकर प्रकृति का आंनद लें। प्रकृति के साथ कृत्रिम कृतियों का यहां पर पहुंचकर स्वर्ग जैसा आनंद है।
टिहरी जिले के दो दिवसीय भ्रमण के अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि टिहरी झील पर बोटिंग सहित साहसिक खेलों की अपार संभावनाओं को देखते हुये यहां का भविष्य सुखद नजर आता है। जनपद में रिवर्स पलायन कर लौटे युवकों का काम और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने का काम कर रही महिलाओं की लगन को देखकर लगता है कि यहां पर विकास तेजी से होना तय है। महिला स्वयं सहायता समूह और गांव के प्रतिनिधि के तौर पर काम करने वाली बलमा गांव की शीला नेगी, कुट्ठा गांव की शांति रावत और प्रतापनगर की रूकमणि के जज्बे पर कहा कि महिलाएं जिस तरह से काम कर रही हैं, निश्चित ही गांवों की तस्वीर इनके जज्बे के चलते बदलेगी। राज्यपाल ने इन कामों में जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुये कहा कि इस समय जनपद में महिला अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन बेहतर काम कर रहा है। राज्यपाल ने टिहरी बांध का निरीक्षण पर कहा कि विश्वस्तरीय बांध की टेक्नोलाजी देखने लायक हैं। यहां पर इंजीनियरों के बेहतर काम को देखते हुये उन्होंने टीएचडीसी के ईडी यूके सक्सेना और स्टाफ को बधाई दी। क्षेत्र भ्रमण के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के जमीन पर दिखने पर खुशी जाहिर करते हुये कहा कि प्रशासन और आम लोगों के बीच बेहतर तालमेल का नतीजा है। जो बना रहना चाहिए। इस मौके पर डीएम इवा श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट मौजूद रहे।