September 21, 2024

उत्तराखंड को मिली 60 मोबाइल पशु क्लीनिक एंबुलेंस


विकासनगर। उत्तराखंड में अब पशुपालकों को अब 108 आपातकालीन सेवा की तर्ज पर पशुओं के लिए चिकित्सा सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए 60 मोबाइल क्लीनिक एंबुलेंस की मंजूरी दी है। इसकी जानकारी केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य और दुग्ध विकास मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने मंगलवार को कालसी में पत्रकारों को दी। उन्होंने कहा कि कालसी स्थित पशु प्रजनन केंद्र भ्रूण प्रत्यारोपण के क्षेत्र में बड़े हब के तौर पर देश भर में अपनी पहचान बना चुका है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री राजकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्र कालसी में केंद्रीय वित्त पोषित 19 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण करने पहुंचे थे। इसके साथ ही उन्होंने करीब पांच करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास भी किया। कहा कि किसान खेती के साथ ही पशुपालन, मत्स्य पाल, कुक्कुट पालन से अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकते हैं। इसके लिए केंद्र सरकार पूरी सहायता कर रही है। केंद्र ने उत्तराखंड के लिए 60 मोबाइल क्लीनिक एंबुलेंस को मंजूरी दी है, जिससे पशुपालकों के द्वार पर ही पशुओं के उपचार की सुविधा मिलेगी। उन्होंने 19.63 करोड़ की लागत से बनी योजनाओं का लोकार्पण किया। जिनमें भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला, जैव भ्रूण प्रौद्योगिकी छात्रावास और सचल भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला वाहन शामिल है। इसके साथ ही 4.92 करोड़ की लागत से बनने वाले स्वचालित मिल्क पार्लर, शिशु गोवंश बाड़ा, भूसा गोदाम, पशुओं के लिए पेयजल टैंक, पेयजल लाइन और कृषक प्रशिक्षण केंद्र का शिलान्यास किया। बताया कि केंद्र सरकार ने पशुपालकों को भी ब्याज रहित पशुपालक किसान क्रेडिट कार्ड देने का निर्णय लिया है, जिससे कि पशुपालकों की आय में वृद्धि हो सके। प्रदेश की पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री रेखा आर्य ने पहले किसान कृषि पर ही ध्यान देता था, लेकिन अब कृषि के साथ ही डेयरी भी किसानों की आय का प्रमुख साधन बन चुका है। उन्होंने पशु चिकित्सालयों के आधुनिकीकरण, चारा विकास, कुक्कुट सेक्टर के विकास, भेड़ एवं बकरी पालन और पशुओं में रोग निदान प्रयोगशाला के लिए केंद्र सरकार से पांच सौ करोड़ की योजनाओं को स्वीकृति दिलाने के लिए केंद्र सरकार से मांग की। सचिव पशुपालन विभाग डा. आर मीनाक्षी सुंदरम, डा. एमएस चौहान, डा. भूषण त्यागी, डा. एसएस बिष्ट, डा. प्रेम कुमार, डा. कमल सिंह, डा. शाहजहां, डा. साजिद आदि मौजूद रहे।