आईपीएल में खिलाडिय़ों के हटने पर रोक लगाने पर विचार कर रहा बीसीसीआई
पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज के बीच एकदिवसीय सीरीज रावलपिंडी में खेली जाएगी
रावलपिंडी ,। पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का आयोजन रावलपिंडी में किया जाएगा। यह सीरीज साल 2023 के वर्ल्ड कप सुपर लीग का एक हिस्सा है। वेस्ट इंडीज की टीम पांच जून को पाकिस्तान पहुंचेगी, तथा आठ,10 और 12 जून को मैंच खेले जाएंगे।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का अभी यह तय करना बाकी है कि सीरीज बायो-सिक्योर बबल (कोविड दिशा निर्देश) के तहत खेली जाएगी या पाकिस्तान पहुंचने के बाद वेस्ट इंडीज की टीम को चरंटीन के नियम का पालन करना होगा या नहीं।
इस बीच, पीसीबी ने पुष्टि की है कि वेस्ट इंडीज अगले साल की शुरुआत में पाकिस्तान में तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय की श्रृंखला खेलेगा। यह एकदिवसीय श्रृंखला पहले दिसंबर, 2021 में पाकिस्तान के वेस्टइंडीज दौरे का हिस्सा थी। हालांकि उस दौरान वेस्टइंडीज की टीम में कोरोना संक्रमण के कई मामलों की वजह से इसे टाल दिया गया था। उस दौरान मेहमान टीम सिर्फ तीन अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर वहां से वापस लौट आई थी, जिसे पाकिस्तान को 3-0 से जीत लिया था।
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नए रूप में दिख रहे हैदराबाद, राजस्थान के सामने इस बार कुछ करके दिखाने की चुनौती
पुणे । आईपीएल 2022 सीजन में दो नई टीमें जुडऩे के लिहाज से इस बार का सीजन चुनौतीपूर्ण होगा, इसमें कोई शक नहीं है। ऐसे में सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स के लिए इस बार कुछ करके दिखाने की चुनौती होगी। दोनों ही टीमों के पिछले कुछ सीजन अच्छे नहीं रहे हैं।
दोनों टीमें आज महाराष्ट्रीय क्रिकेट संघ स्टेडियम में एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबले से अपने 2022 सीजन के अभियान की शुरुआत करेंगी। 2022 सीजन के लिए हुई मेगा नीलामी के चलते दोनों ही टीमों में इस बार काफी नए चेहरे हैं।
राजस्थान टीम ने इस बार गेंदबाजों और बल्लेबाजों सभी पर बड़ा दांव लगाया है। गेंदबाजों में इस बार राजस्थान के पास अनुभवी भारतीय स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल, न्यूजीलैंड के घातक गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट, जिमी नीशम और ऑस्ट्रेलिया के नाथन कुर्ल्टर नाइल की सेवाएं हैं। वहीं बल्लेबाजी में कप्तान संजू सैमसन और जॉस बटलर के अलावा शिमरन हेत्मायर, रासी वैन डर डुसेन, डैरिल मिचेल और नीशम जैसे विस्फोटक बल्लेबाज भी उपलब्ध हैं।
दूसरी ओर हैदराबाद में कप्तान केन विलियम्सन के कंधों पर एक बार फिर से टीम को खिताब जिताने की जिम्मेदारी है। भुवनेश्वर कुमार, उमरान मलिक और टी नटराजन के साथ-साथ इस बार गेंदबाजी आक्रामण में युवा तेज गेंदबाज मार्को यान्सन और फजलहक फारुकी भी मौजूद हैं। वहीं बल्लेबाजी में अब्दुल समद, निकोलस पूरन, एडन माक्ररम, ग्लेन फिलिप्स और रोमारियो शेफर्ड जैसे विस्फोटक बल्लेबाज उपलब्ध हैं।
अब देखने वाली बात यह है कि मेगा नीलामी में फ्रेंचाइजियों के करोड़ों रुपए खर्च कराने वाली खिलाड़ी मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं। खिलाडिय़ों की फॉर्म और उनकी फिटनेस टीम के लिए हमेशा चिंताजनक विषय रहता है।
आईपीएल में खिलाडिय़ों के हटने पर रोक लगाने पर विचार कर रहा बीसीसीआई
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक ऐसी नीति लाने पर विचार कर रहा है, जो खिलाडिय़ों को उचित कारण के बिना आईपीएल से बाहर होने से रोकेगी। बीसीसीआई ने यह कदम कुछ फ्रेंचाइजियों के इस संबंध में चिंता व्यक्त करने के बाद उठाया है।
आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल (जीसी) की हालिया बैठक में सदस्यों के बीच नीलामी में कम कीमत पर खरीदे जाने के बाद खिलाडिय़ों द्वारा टूर्नामेंट से नाम वापस लेने की प्रवृत्ति (ट्रेंड) को रोकने के तरीकों पर बहस हुई थी।
जीसी के सदस्यों ने कहा था, जीसी की फ्रेंचाइजियों के प्रति प्रतिबद्धता है, जो लीग के महत्वपूर्ण हितधारक हैं। वे काफी प्लानिंग के बाद एक खिलाड़ी के लिए बोली लगाते हैं, ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी छोटे-छोटे कारणों से नाम वापस ले लेता है तो उनकी कैल्क्यूलेशन बिगड़ जाती है।
इस जानकारी से अवगत एक सूत्र ने कहा, ऐसी व्यापक नीति नहीं होगी कि आईपीएल से बाहर होने वाले सभी खिलाडिय़ों को निश्चित वर्षों के लिए आईपीएल में आने से रोका जाएगा। इसे एक-एक मामले के हिसाब से लिया जाएगा और कार्रवाई शुरू होने से पहले कुछ शोध किया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कारण सच में वास्तविक है या नहीं।
आम तौर पर चोट या अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को स्वीकार्य कारण माना जाता है, लेकिन हाल ही में कई खिलाड़ी अन्य कारणों से भी बाहर हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड एवं गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी जेसन रॉय ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि वह परिवार के साथ चलिटी टाइम बिताना चाहते हैं और अपने खेल पर काम करना चाहते हैं, इसलिए आईपीएल से नाम वापस ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गुजरात ने उन्हें उनके आधार मूल्य दो करोड़ रुपए में खरीदा था। वहीं एलेक्स हेल्स, जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा उनके आधार मूल्य 1.5 करोड़ रुपए में खरीदा गया था, ने कहा था कि उन्हें खुद को रिचार्ज करने के लिए समय चाहिए। उन्होंने बायो-बबल थकान का भी हवाला दिया था।
वैसे देखा जाए तो आईपीएल में खिलाडिय़ों का बाहर होना कोई नई बात नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने अतीत में कई बार ऐसा किया है। उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा विभिन्न नीलामियों में चुना गया था, लेकिन वह खेलने के लिए उपलब्ध नहीं हुए थे, हालांकि उन्होंने बायो-बबल थकान का हवाला देते हुए 2022 की मेगा नीलामी के लिए पंजीकरण नहीं कराया था।
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तेवतिया की तूफानी पारी से गुजरात की पांच विकेट से जीत
मुंबई । राहुल तेवतिया (40), डेविड मिलर (30) और अभिनव मनोहर (15) की तूफानी पारियों की बदौलत गुजरात टाइटंस ने लखनऊ सुपर जायंट्स को पांच विकेट से हरा कर अपने आईपीएल 2022 अभियान की शुरुआत जीत के साथ की। लखनऊ ने टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करते हुए दीपक हुड्डा और आयुष बदोनी के अर्धशतकों से 20 ओवर में छह विकेट पर 158 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। जवाब में गुजरात ने तेवतिया, मिलर और मनोहर की आतिशी पारियों की बदौलत 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 161 रन बना कर मैच जीत लिया।
गुजरात हालांकि 159 रन का लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत में लडख़ड़ा गया। उसने 15 के स्कोर पर अपने दो विकेट खो दिए। चार के स्कोर पर शुभमन गिल और 15 के स्कोर पर विजय शंकर आउट हुए। फिर हालांकि कप्तान हार्दिक पांड्या ने मैथ्यू वेड के साथ तीसरे विकेट के लिए 57 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, लेकिन दोनों बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सके और एकाएक आउट हो गए। 72 के स्कोर पर पांड्या और 78 के स्कोर पर वेड आउट हुए।
चार विकेट गिर जाने और जरूरी रन रेट लगभग 11 के आसपास होने की स्थिति में तेवतिया और मिलर क्रीज पर आए। दोनों बल्लेबाजों ने पहले जुझारू पारी खेल कर क्रीज पर पैर जमाए और फिर धीरे-धीरे पारी की गति बढ़ाई। दोनों तरफ से शानदार शॉट्स भी देखने को मिले। तेवतिया ने जहां पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 24 गेंदों पर 40, वहीं मिलर ने एक चौके और दो छक्कों के सहारे 21 गेंदों पर 30 रन बनाए। वहीं अंत में मनोहर ने तीन चौकों के दम पर सात गेंदों पर 15 रन बनाए।
पांड्या और वेड ने भी क्रमश: पांच चौकों और एक छक्के के सहारे 28 गेंदों पर 33 और चार चौकों की मदद से 29 गेंदों पर 30 रन बनाए। गुजरात की ओर से गेंदबाजी भी अच्छी रही। टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शुरुआती विकेट चटका कर लखनऊ को बैकफुट पर लाने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने चार ओवर में 25 रन राुहल, डी कॉक और मनीष के रूप में तीन विकेट लिए। वहीं वरुण आरोन ने दो, जबकि राशिद खान ने एक विकेट लिया।
लखनऊ की तरफ से दुष्मंता चमीरा ने तीन ओवर में 22 रन पर सर्वाधिक दो विकेट, जबकि आवेश खान और दीपक हुड्डा ने एक-एक विकेट लिया। इससे पहले हुड्डा ने छह चौकों और दो छक्कों के दम पर 41 गेंदों पर 55, जबकि बदोनी ने चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 41 गेंदों पर 54 रन की अर्धशतकीय पारी खेली।
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मीराबाई चानू ने जीता बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड
नई दिल्ली । टोक्यो ओलम्पिक में रजत पदक जीत कर इतिहास बनाने वाली भारतीय वेटलिफ़्टर साईखोम मीराबाई चानू को बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर के तीसरे संस्करण का विजेता घोषित किया गया है।
मीराबाई। ने 2021 में तब इतिहास रच दिया था जब वह टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली वेटलिफ़्टर बनीं थीं। अवॉर्ड जीतने के बाद मीराबाई ने बीबीसी का शुक्रिया अदा किया और कहा, मैं फि़लहाल अमेरिका में प्रशिक्षण ले रही हूं. इस साल होने वाले एशियाई और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी। एक बार फिर मैं बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड से नवाजऩे के लिए बीबीसी इंडिया को धन्यवाद देती हूं।
नई दिल्ली में इस पुरस्कार समारोह की मेज़बानी कर रहे बीबीसी महानिदेशक टिम डेवी ने कहा, मीराबाई चानू को बहुत बहुत बधाई। वह शानदार खिलाड़ी हैं और इस पुरस्कार की उचित विजेता हैं। बीबीसी के सौ साल पूरे होने के वर्ष में यहां नई दिल्ली में होना और इस मौक़े पर इतनी प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ी को सम्मानित करना, जिन्होंने इस चुनौतीपूर्ण हालात में इतना कुछ हासिल किया, बहुत शानदार है। इस पुरस्कार समारोह में खेल, मीडिया, संस्कृति और राजनीतिक दुनिया की कई जानी मानी हस्तियां भी शामिल हुईं।
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आईपीएल में अब खिलाड़ी बेवजह नहीं छोड़ सकेंगे टूर्नामेंट, बीसीसीआई बनाएगा सख्त नियम
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक ऐसी नीति लाने पर विचार कर रहा है, जो खिलाडिय़ों को उचित कारण के बिना आईपीएल से बाहर होने से रोकेगी। बीसीसीआई ने यह कदम कुछ फ्रेंचाइजियों के इस संबंध में चिंता व्यक्त करने के बाद उठाया है। आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल (जीसी) की हालिया बैठक में सदस्यों के बीच नीलामी में कम कीमत पर खरीदे जाने के बाद खिलाडिय़ों द्वारा टूर्नामेंट से नाम वापस लेने की प्रवृत्ति (ट्रेंड) को रोकने के तरीकों पर बहस हुई थी। जीसी के सदस्यों ने कहा था, जीसी की फ्रेंचाइजियों के प्रति प्रतिबद्धता है, जो लीग के महत्वपूर्ण हितधारक हैं। वे काफी प्लानिंग के बाद एक खिलाड़ी के लिए बोली लगाते हैं, ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी छोटे-छोटे कारणों से नाम वापस ले लेता है तो उनकी कैल्क्यूलेशन बिगड़ जाती है। इस जानकारी से अवगत एक सूत्र ने कहा, ऐसी व्यापक नीति नहीं होगी कि आईपीएल से बाहर होने वाले सभी खिलाडिय़ों को निश्चित वर्षों के लिए आईपीएल में आने से रोका जाएगा। इसे एक-एक मामले के हिसाब से लिया जाएगा और कार्रवाई शुरू होने से पहले कुछ शोध किया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कारण सच में वास्तविक है या नहीं।
आम तौर पर चोट या अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को स्वीकार्य कारण माना जाता है, लेकिन हाल ही में कई खिलाड़ी अन्य कारणों से भी बाहर हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड एवं गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी जेसन रॉय ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि वह परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहते हैं और अपने खेल पर काम करना चाहते हैं, इसलिए आईपीएल से नाम वापस ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गुजरात ने उन्हें उनके आधार मूल्य दो करोड़ रुपए में खरीदा था। वहीं एलेक्स हेल्स, जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा उनके आधार मूल्य 1.5 करोड़ रुपए में खरीदा गया था, ने कहा था कि उन्हें खुद को रिचार्ज करने के लिए समय चाहिए। उन्होंने बायो-बबल थकान का भी हवाला दिया था।
वैसे देखा जाए तो आईपीएल में खिलाडिय़ों का बाहर होना कोई नई बात नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने अतीत में कई बार ऐसा किया है। उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा विभिन्न नीलामियों में चुना गया था, लेकिन वह खेलने के लिए उपलब्ध नहीं हुए थे, हालांकि उन्होंने बायो-बबल थकान का हवाला देते हुए 2022 की मेगा नीलामी के लिए पंजीकरण नहीं कराया था।