चौथा ओवर करने से मैंने हार्दिक को खुद मना किया: शमी
मुंबई, । लखनऊ सुपरजायंट्स के खिलाफ पावरप्ले में तीन विकेट झटक कर मैन ऑफ द मैच बने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा कि उनके ज़हन में सिर्फ यह बात दर्ज थी कि उन्हें अच्छी लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी करनी है।
शमी ने सोमवार रात मैच के बाद बताया कि तीन ओवर करने के बाद हार्दिक उनके पास आए थे और लगातार चौथा ओवर करने के बारे में भी पूछा था लेकिन शमी ने खुद मना कर दिया। गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या ने जीत के बाद कहा,’ मैं इस जीत से काफी खुश हूं। शमी ने हमें काफी अच्छी शुरुआत दिलाई। मैं बतौर बल्लेबाज़ थोड़ी अधिक जि़म्मेदारी लेना चाहता हूं। हमारी इस जीत में टीम के हर सदस्य ने अपनी भूमिका निभाई।
अपनी नाबाद 40 रन की विस्फोटक पारी से गुजरात को जीत दिलाने वाले राहुल तेवतिया ने बल्लेबाज़ी के दौरान उनके और डेविड मिलर के बीच हुई चर्चा के बारे में बताया कि उन्होंने मिलर से कहा था कि हमें बस एक अच्छा ओवर चाहिए। तेवतिया ने कहा कि रिवर्स स्वीप पर छक्का जड़ते ही विश्नोई सोच में पड़ गये। तेवतिया ने अभिनव की तारीफ करते हुए कहा कि अभिनव क्लियर स्ट्राइकर हैं और उन्हें पूरा भरोसा था।
राहुल तेवतिया को मिला सुपर स्ट्राइकर ऑफ द मैच का अवॉर्ड। गेम चेंजर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दीपक हुड्डा के हिस्से में गया।
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वार्न को याद करते रहेंगे : तेंदुलकर
मुंबई,। भारतीय क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को दिवंगत शेन वार्न के साथ अपनी यादों को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। तेंदुलकर ने इंस्टाग्राम पर शेयर किए एक वीडियो में कहा, 1991 में मैं उनके खिलाफ खेला था। हम प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच खेल रहे थे और यहां लेग स्पिन गेंदबाजी करने वाला मजबूत और गोरा आदमी आया। उस समय मुझे कुछ साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव था, इसलिए गेंदबाज पर आक्रमण करने पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन शेन ने आकर कुछ अविश्वसनीय गेंदें फेंकी।
उल्लेखनीय है कि 52 वर्षीय वार्न का चार मार्च को थाईलैंड में दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था।
तेंदुलकर ने भारत में 1998 की श्रृंखला को याद करते हुए कहा, शेन वार्न के खिलाफ मेरी पहली पूरी श्रृंखला 1998 में भारत में थी और सभी ने उस श्रृंखला को तेंदुलकर बनाम शेन वार्न संघर्ष के रूप में टैग किया। लोगों को याद दिलाया गया कि यह तेंदुलकर बनाम शेन नहीं है, बल्कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया है, लेकिन सभी ने इसे तेंदुलकर बनाम शेन के रूप में याद रखा।
भारतीय क्रिकेट लीजेंड ने कहा, इस तरह की लहर दबाव में लाने वाली है। जब आप वार्न जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाज के रूप में खेल रहे होते हैं तो आप चीजों को उल्टा नहीं कर सकते हैं और उम्मीद करते हैं कि चीजें ठीक होंगी, इसलिए मुझे ठीक से तैयारी करनी थी, न कि सिर्फ नेट्स पर अच्छा होना था, लेकिन जब आप कमरे में बैठे हों तो आपको उनसे एक कदम आगे रहना होगा। वह क्या सोच रहे होंगे, क्योंकि वह दबाव बनाने और माइंड गेम खेलने तथा आपका विकेट लेने की योजना बनाने की कोशिश करने में बहुत अच्छे थे।
तेंदुलकर ने कहा, कई अच्छे स्पिनर थे, लेकिन शेन अलग थे। उन गिने-चुने गेंदबाजों में से एक जिनके खिलाफ आप विस्फोटक अंदाज में खेल सकते थे। वह ऐसे खिलाड़ी थे, जिनकी गेंद पर अगर आप गेंद की पिच पर नहीं जाते तो शॉट मारने की उम्मीद नहीं थी। वह उनकी क्लास थी, जिस तरह से उन्होंने गेंद को ड्रिफ्ट कराया और यह तभी हो सकता है जब आपके कंधे मजबूत हों और आपका इसका अच्छे से इस्तेमाल कर रहे हों। उनकी गेंद पैर से नीचे गिरती थी और फिर शरीर से दूर घूमती थी। मुझे अभ्यास भी करना पड़ा, क्योंकि तब तक किसी ने भी आउट करने की कोशिश में रफ विकेट के आसपास गेंदबाजी नहीं की थी। यह आमतौर पर चीजों को नियंत्रण में रखने के लिए फेंकी जाती थी। अगर बल्लेबाज रन बना रहा है तो उसे धीमा करने के लिए, लेकिन शेन सच में बल्लेबाज को आउट करना चाहते थे, इसलिए हमें रक्षात्मक और आक्रमणकारी विकल्प तैयार करने थे।
भारतीय क्रिकेट लीजेंड ने कहा, यह स्वीकार करना सच में मुश्किल है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। यह उनके परिवार और दोस्तों के लिए बहुत कठिन है। उनके परिवार के सभी सदस्यों और दोस्तों के लिए मेरी संवेदना। यह कठिन होने वाला है, हम उन्हें याद करते रहेंगे। मैं जो महसूस करता हूं उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन हम केवल उनके लिए प्रार्थना कर सकते हैं, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले।