बागेश्वर कौसानी । शहरी विकास विभाग देहरादून द्वारा कौसानी को नगरपंचायत बनाने हेतु अनन्तिम अधिसूचना जारी की गयी थी। कौसानी नगरपंचायत गठन के संबंध में कौसानी वासियों से प्राप्त आपत्तियों की सुनवार्इ जिलाधिकारी विनीत कुमार ने सोमवार को पर्यटन आवास गृह कौसानी में की। ग्राम पंचायत कौसानी द्वारा कौसानी नगरपंचायत में उन्हें शामिल करने पर आपत्ति की थी।
जिलाधिकारी ने सुनवार्इ में उपस्थित कौसनी ग्राम पंचायत वासियों से नगर निकाय बनने से होने वाले फायदों की विस्तृत जानकारी दी तथा नगर निकाय में राज्य व भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को बताते हुये ग्रामीणों की कर्इ जिज्ञासाओं का समाधान किया। जिलाधिकारी ने कहा कि शहरीकरण एक नैचुरल प्रोसेस है, सभी जनता को सुविधायें चाहिये होती है इसलिये जनता शहरों, कस्बों या उनसे लगे क्षेत्रों में आकर रहने लगते है जिससे धीरे-धीरे वहॉ बैंक, होटल आदि भी बनने लगते है जिससे वहॉ शहरीकरण हो जाता है व क्षेत्र में सुविधायें बढ़ाने की जरूरत एवं मॉग आने लगती है। उन्होंने कहा किसी भी शहर को और विकसित करने के लिये नगर निकायों का गठन किया जाता है। नगर निकाय बनने से वहॉ की जनता को पेयजल, सीवरेज, स्ट्रीट लार्इट, सफार्इ जैसी सुविधायें मिलती है।
कौसानी ग्राम पंचायत वासियों ने नगरपंचायत कौसानी में उन्हें शामिल करने पर आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा कि कौसानी ग्राम पंचायत 15 किमी में फैली है जिसमें 11 वार्ड(तोक) शामिल है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में 70 प्रतिशत वनभूमि है तथा 30 प्रतिशत कृषिभूमि है। उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि, पशुपाल, बकरीपालन है। इसलिये उन्हें कौसानी नगरपंचायत में न शामिल कर ग्राम पंचायत बड़ी होने के कारण ग्राम पंचायत को 03 ग्राम पंचायतों में विभक्त करने का अनुरोध किया।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से होटलों द्वारा क्षेत्र के नालों, गधेरो में कूड़ा फैलानी की शिकायत करते हुए सख्त कार्यवाही करने व उनका चालान करने का भी अनुरोध किया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उप जिलाधिकारी हरगिरी, खण्ड विकास अधिकारी एस0 भाकुनी, एडीओ पंचायत कैलाश गिरी, अधि0अधि0 नगरपालिका सतीश कुमार, कौसानी ग्राम प्रधान बचन राम आर्या, जगत सिंह, सदस्य भावना, रीता देवी, पुष्पा भट्ट, प्रेमा देवी, चम्पा देवी, अध्यक्ष होटल एशोशिऐशन भानू नेगी, नीरज सिंह सहित ग्रामीण मौजूद थे।