पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आंदोलनरत श्रमिकों को दिया समर्थन
रुद्रपुर ( आखरीआंख समाचार ) प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पार्टी के कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ गांधीपार्क पहुंचकर पिछले करीब ढाई माह से धरने पर बैठे व गत एक सप्ताह से आमरण अनशन पर बैठे चार श्रमिकों से मुलाकात कर उनकी मांगों का समर्थन किया तथा उन्हें आश्वस्त किया कि श्रमिकों की मांगों को पूरा कराने केा लिए वह अपने स्तरसे भी सार्थक प्रयास करेंगे।
श्री रावत ने श्रमिकों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और कहा कि आज जबकि प्रदेश और देश में भाजपा की सरकार गठित है बावजूद इसके जिला मुख्यालय में स्थित उद्योगों के श्रमिकों का हो रहा शोषण चिंता का विषय है। क्योंकि कई उद्योगों में श्रमिक उत्पीड़न की शिकायतें मिलती रही हैं। श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर से कोई ठोस कार्रवाई न होना गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि न्याय के लिए श्रमिकों को आज भीषण ठंड के बावजूद यहां आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा है। जिला प्रशासन एवं फैक्ट्री प्रबंधन को चाहिए कि वह श्रमिकों के साथ मिल बैठकर सभी समस्याओं का समाधान करें। यदि श्रमिकों का शोषण नहीं रूका तो कांग्रेस श्रमिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगी। धरना स्थल पर श्रमिक नेताओं ने श्री रावत के समक्ष पिछले करीब ढाई माह से किये जा रहे आंदोलन की विस्तार से जानकारी दी। श्री रावत ने अनशन पर बैठे चारों श्रमिकों से भी बातचीत की। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश महामंत्री हिमांशु गाबा, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, जगदीश तनेजा, पुरूषोत्तम अरोरा, संजय जुनेजा, नंदलाल, सुशील गाबा आदि मौजूद थे।