March 29, 2024

उत्तराखंड को मिल सकती है पहली महिला मुख्य सचिव


 देहरादून।  वरिष्ठ आईएएस व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव हो सकती हैं। मुख्य सचिव डा. एसएस संधु को केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिलने की झंडी मिल चुकी है। उत्तराखंड आईएएस काडर में हालांकि, राधा रतूड़ी सबसे वरिष्ठ नौकरशाह हैं, लेकिन मध्यप्रदेश काडर की रही राधा काडर परिवर्तन के चलते अपने 88 बैच में सबसे नीचे पायदान पर आ गई थी।
मौजूदा समय में वे अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के साथ ही गृह और सचिवालय प्रशासन की भी जिम्मेदारी देख रही हैं। आईएएस रतूड़ी ने अपनी सादगी से भी अलग पहचान बनाई है। उनका रिटायरमेंट मार्च, 24 में है। उत्तराखंड में इससे पहले भी कई सीनियर महिला आईएएस अफसर रही हैं, पर वे मुख्य सचिव की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाई।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी राधा रतूड़ी को ब्यूरोक्रेसी का टाप बास बनाने का सिग्नल दे चुके हैं। विदित है कि राधा रतूड़ी के पति अनिल रतूड़ी भी पुलिस महानिदेशक पद से रिटायर हुए थे। मौजूदा मुख्य सचिव डा. संधु भी 88 बैच के आईएएस हैं, उन्हें केंद्र में पीएमओ, रक्षा या फिर विदेश मंत्रालय में जिम्मेदारी मिल सकती है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी यह संकेत दिए हैं। हालांकि, संधु को अभी तक केंद्र की तरफ से विधिवत डेपुटेशन की हरी झंडी नहीं मिली है, लेकिन उन्हें भी प्रारंभिक सिग्नल मिल चुका है। मुख्यमंत्री धामी की पहल पर डा. संधु पहले कार्यकाल में केंद्र से वापस लौटे थे। तब वे केंद्र में एनएचआई के चेयरमैन के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इससे पहले वे मानव संसाधन मंत्रालय में भी अपर सचिव रह चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव संधु ने केंद्र से संकेत मिलने के बाद कार्मिक विभाग से अपने ग्रेच्युटी, पेंशन व अन्य जरूरी दस्तावेज भी दुरस्त करा लिए हैं। उधर, संपर्क करने पर मुख्य सचिव डा. संधु ने हिन्दुस्तान को डेपुटेशन पर जाने के संकेत दिए हैं। कहा कि हालांकि इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगता है। अभी केंद्र की तरफ से कोई पत्र नहीं आया है।
सीएस कांफ्रेंस में दिखा चुके हैं अपनी प्रतिभा
मुख्य सचिव संधु 15 जून से 17 जून तक धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) मुख्य सचिव कांफ्रेंस में शरीक हुए थे। देशभर के मुख्य सचिवों में से अकेले राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर उनका संबोधन था। इसमें वे अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवा चुके हैं। इस सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि वे पीएम मोदी के पंसदीदा अफसरों में भी हैं। केंद्र में यदि उन्हें पीएमओ, रक्षा, गृह, विदेश जैसे मंत्रालयों में सचिव की जिम्मेदारी मिलती है तो उन्हें दो साल का एक्सटेंशन भी मिल सकता है। संधु का रिटायरमेंट अगस्त, 23 में है।