क्या लोकप्रिय है अग्निपथ योजना?
2022 के बैच के लिए रिकॉर्ड 7,49,899 आवेदन उसे मिले हैं। सरकारी पक्ष ने इसे इस योजना की लोकप्रियता का सबूत माना है। लेकिन क्या यह सच है?
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए भारतीय वायु सेना ने अग्निवीरों की आर्जियां आमांत्रित कीं। 2022 के बैच के लिए रिकॉर्ड 7,49,899 आवेदन उसे मिले हैं। सरकारी पक्ष ने इसे इस योजना की लोकप्रियता का सबूत माना है। लेकिन क्या यह सच है? हाल के वर्षों में ऐसी खबरें आईं, जिनमें बताया गया कि कहीं चपरासी तो कहीं सफाई कर्मी के पद के लिए लाखों अर्जियां आ गईं? तो क्या यह माना जाएगा कि उन पदों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है? अथवा, यह देश में बढ़ती जा रही बेरोजगारी का सबूत है, जिसमें नौजवान कोई भी काम किसी भी शर्त पर करने को बेताब हैं? भारतीय वायु सेना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पांच जुलाई को पूरी हुई। वायु सेना ने अपने ट्वीट में बताया है कि उसे अग्निवीर योजना में कुल 7,49,899 आवेदन मिले, जो कि इससे पहले तक किसी भी भर्ती चक्र में अधिकतम आवेदन 6,31,528 की तुलना में कहीं अधिक है। वायुसेना में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले अब सभी आवेदकों को चयन परीक्षा में बैठने के लिए बुलाया जाएगा।
वायुसेना अग्निवीर-वायु कैलेंडर के मुताबिक परीक्षा 25 जुलाई से आयोजित होने वाली है। चुने गए गए उम्मीदवारों को एक दिसंबर को पीएसएल राउंड के लिए बुलाया जाएगा। उम्मीदवारों के चयन की घोषणा 11 दिसंबर को होगा। वायु सेना 2022 के लिए 3,500 अग्निवीरवायु की भर्ती करेगी। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। 75 फीसदी अग्निवीरों को सेवा मुक्त कर दिया जाएगा और अधिकतम 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में भर्ती किया जाएगा। इस बीच थल सेना ने भी अग्निवीर भर्ती रैली की अधिसूचना जारी कर दी है। नौसेना में भी इस योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती के लिए आवेदन जारी है। अनुमान लगाया जा सकता है कि वहां भी रिकॉर्ड संख्या में अर्जियां आएंगी। अब यह अपनी-अपनी समझ पर है कि लोग उसे योजना की लोकप्रियता मानें, अथवा उसका संबंध देश में रोजगार की गंभीर हो रही स्थिति से जोड़ कर देखें। यह अवश्य याद रखना चाहिए अग्निपथ योजना का एलान होते ही नौजवानों ने उसका जबरदस्त विरोध किया था।