भू कानून में संशोधन से गांवों का अस्तित्व होगा समाप्त :दिवाकर भट्ट
देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) वर्तमान सरकार द्वारा माफियाओं के दबाव में अपने ही भू कानून में संशोधन करके गांवों को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण राज्य को पिछड़ा क्षेत्र घोषित करने की मांग को उठाते हुए उक्रांद के केन्द्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे और भू कानून में बदलाव को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए।
यहां दल के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा की 25 दिसंबर को स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी ने गैरसैंण में चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण कर राजधानी का शिलान्यास किया था। उस शिलान्यास की 26 वी वर्षगांठ पर वे स्वयं देहरादून कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मृति स्थल पर राज्य दुर्दशा को देखते हुए एक दिन का उपवास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दिन दल द्वारा सरकार की बुद्धि शुद्धि यज्ञ भी किया जाएगा। उन्होंने भाजपा के द्वारा कांग्रेस भवन में हंगामा, तोड़फोड़ व प्रदर्शन के दौरान महिला पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारे जाने पर रोष जताते हुए दिवाकर भट्ट ने कहा कि सरकार पांचो राज्य में हुई करारी हार को स्वीकार नहीं कर पा रही है। यह लोकतंत्र का अपमान है।
उन्होंने कहा कि जबकि भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि जनता का निर्णय सर्वोपरि होता है। भाजपा द्वारा दूसरी पार्टियों के कार्यालय पर कूच करने की परंपरा को गलत परंपरा करार देते हुए कहा कि कुछ माह पूर्व वामपंथियों के कार्यालय में भी भाजपा द्वारा इसी तरह हमला किया गया था। उन्होंने कहा कि आखिर भाजपा राजनैतिक अराजकता का माहौल तैयार करके क्या साबित करना चाहती है। उन्होंने विगत दिनों पौड़ी में युवती को जिंदा जलाए जाने तथा राजधानी में उत्तरकाशी की छात्रा द्वारा स्वयं को असुरक्षित महसूस करके आत्महत्या करने के मामले में सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस पुलिस का कार्य जनता को सुरक्षा देना है, वह पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं की अराजकता का शिकार हो रही है। इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में दल के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार व बीडी रतूड़ी, जिलाध्यक्ष देहरादून विजय कुमार बौड़ाई, वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, हरीश पाठक, महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री, केंद्रीय महामंत्री बहादुर सिंह रावत व केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत आदि मौजूद थे। पत्रकार वार्ता के बाद उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता कृष्ण भट्ट की माता के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई।