April 26, 2024

एसबीआई ने दिया अडानी ग्रुप को 21 हजार करोड़ का लोन, रिपोर्ट में हुए खुलासे से मचा हडक़ंप


नई दिल्ली ।  हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के गौतम अडाणी घिरते नजर आ रहे हैं। एक तरफ रविवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ वहीं एक रिपोर्ट ने सनसनीखेज खुलासा किया है। रिपोर्ट में बताया गया कि सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 21000 करोड़ (2.6 अरब डॉलर) रुपये का लोन अडानी ग्रुप की फर्मों को दिया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को नियमों के तहत जितना कर्ज देने की अनुमति है ये रकम उसकी आधी है। रिपोर्ट के मुताबिक, उसे यह जानकारी कुछ लोगों ने न पहचाने जाने की शर्त पर दी है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, स्क्चढ्ढ के प्रतिनिधि ने लोन की बात पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया था। विभिन्न बैंकों द्वारा गौतम अडानी की कंपनियों को दिया गया लोन अमेरिका में आधारित हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद शेयरों में आई गिरावट की वजह से निगरानी में आया है। ष्टह्म्द्गस्रद्बह्ल स्ह्वद्बह्यह्यद्ग की वेल्थ यूनिट्स और सिटीग्रुप इंक ने ग्रुप से कोलेटरल के तौर पर सिक्योरिटीज को मंजूर करने को रोक दिया है। अडानी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है और रिपोर्ट को फर्जी करार दिया है। दूसरी तरफ, पंजाब नेशनल बैंक ने अडानी ग्रुप को 70 बिलियन रुपये का लोन दिया है। पिछले महीने बैंक के चीफ एग्जीक्यूटिव अतुल गोयल ने यह जानकारी दी थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एसबीआई द्वारा अडानी को दिए गए पैसों (श्व&श्चशह्यह्वह्म्द्ग) में इसकी विदेशी इकाइयों से 200 मिलियन डॉलर भी शामिल हैं। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने गुरुवार को कहा कि उथल-पुथल से प्रभावित अडानी समूह की कंपनियां कर्ज चुका रही हैं और बैंक ने अब तक जो कुछ भी उधार दिया है, उसमें तत्काल उन्हें कोई चुनौती नहीं दिख रही है। ब्लूमबर्ग ने एक सूत्र के आधार पर ये जानकारी दी है।
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)एक हफ्ते में बदली गौतम अडानी की फिज़ा, सभी शेयर टूटे- 5 में लोअर सर्किट
नई दिल्ली,।  अरबपति गौतम अडानी के लिए साल 2023 की बेहद खराब शुरुआत हुई है। खासतौर पर बीते एक हफ्ते में गौतम अडानी अर्श से फर्श पर आ गए हैं। अडानी समूह के साथ ये सबकुछ अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद हुआ है। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद गौतम अडानी की दौलत और रैंकिंग में बड़ी गिरावट आई है। वहीं, अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयर भी धराशायी हो गए हैं।
बीते एक हफ्ते से बुरे दौर से गुजर रहे अडानी ग्रुप की पांच कंपनियों के स्टॉक में गुरुवार को कारोबार शुरू होने के बाद से ही लोअर सर्किट लग गया। इनमें ्रस्रड्डठ्ठद्ब क्कश2द्गह्म् रुह्लस्र 4.98त्न टूटकर 202.05 रुपये पर, ्रस्रड्डठ्ठद्ब ङ्खद्बद्यद्वड्डह्म् रुह्लस्र 5त्न गिरकर 421.00 रुपये, ्रस्रड्डठ्ठद्ब त्रह्म्द्गद्गठ्ठ श्वठ्ठद्गह्म्द्द4 रुह्लस्र के स्टॉक 10त्न फिसलकर 1,039.85 रुपये, ्रस्रड्डठ्ठद्ब ञ्जशह्लड्डद्य त्रड्डह्य रुह्लस्र के शेयर 10त्न गिरकर 1,707.70 रुपये और ्रस्रड्डठ्ठद्ब ञ्जह्म्ड्डठ्ठह्यद्वद्बह्यह्यद्बशठ्ठ रुह्लस्र के स्टॉक 10त्न की गिरावट के साथ 1,551.15 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से ही दुनिया भर की रेटिंग एजेंसियां और कर्ज देने वाले बैंक अडानी समूह से सवाल पूछ रहे हैं। अब समूह ने अपना फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग यानी एफपीओ को भी कैंसिल कर दिया है। ग्रुप की 9 लिस्टिड कंपनियों में 5 कंपनियों के शेयर 24 जनवरी के बाद से 40 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं।
24 जनवरी को अडानी ग्रुप कंपनियों का कुल मार्केट कैप 19,16,560.93 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 10,51,802 करोड़ रुपये पर रह गया है। इसका मतलब है कि इस दौरान ग्रुप को 7,91,778.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।