साहित्य संगोष्ठी में जुटेंगे 47 देशों के 500 से अधिक प्रतिनिधि
ऋषिकेश। पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री और साहित्यकार रमेश पोखरियाल निशंक के साहित्य पर परमार्थ निकेतन में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एक मई से शुरू होगी। संगोष्ठी में 47 देशों के 500 से अधिक साहित्यकार, शिक्षाविद् प्रतिभाग करेंगे। शनिवार को संयुक्त यात्रा बस अड्डा परिसर स्थित प्रेस क्लब में पूर्व मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी राजेश नैथानी ने पत्रकारवार्ता में बताया कि दो दिवसीय साहित्य संगोष्ठी में पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साहित्य पर मंथन किया जाएगा। बताया कि हिमालय विरासत न्यास की ओर से विगत 16 फरवरी 2021 से रविवारीय पुस्तक वार्ता डॉ. निशंक का रचना संसार नाम से निर्बाध रूप से ऑनलाइन वेबीनार प्रत्येक रविवार की शाम 4 से 5 बजे तक आयोजित किया जाता रहा है। एक साहित्यकार के साहित्य पर सबसे लंबी चर्चा के लिए 50 श्रृंखलाएं पूरी होने पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड और 75 श्रृंखलाएं पूर्ण होने पर हावर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।
नैथानी ने बताया कि आगामी 30 अप्रैल को 108 श्रृंखलाएं पूरी हो रही है। इस उपलक्ष्य में 1 और 2 मई को दो दिवसीय साहित्य संगोष्ठी का आयोजन स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन में आयोजन किया जा रहा है। संगोष्ठी का उद्घाटन उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (अ.प्रा.)îî गुरमीत सिंह करेंगे। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रजनीश शुक्ला कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। नीदरलैंड से अश्विनी के. गांवकर लंदन से साहित्यकार डॉ. रश्मि खुराना, वीर बहादुर सिंह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निर्मला मौर्य विशिष्ट अतिथि रहेंगे। इस दौरान जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि एवं स्वामी चिदानंद सरस्वती मौजूद रहेंगे। पत्रकारवार्ता में हिमालय विरासत न्यास अध्यक्ष आशना नेगी, जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान, डॉ. सुप्रिया रतूड़ी, बालकृष्ण चमोली, पंकज शर्मा, नेहा नेगी, राजेंद्र पांडेय आदि मौजूद रहे।