गरुड़ में लगी पशु प्रदर्शनी, 122 पशुओं का पंजीकरण, भागीरथी देवी गड़सेर बनी चैंपियन
बागेश्वर गरुड़ ( आखरीआंख समाचार ) पशुपालन विभाग के तत्वाधान में जिला पशु चिकित्सालय परिसर गरूड़ में पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने मुख्य अतिथि के रूप में सिरकत करते हुए प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर पशुपालकों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के लिए कर्इ योजनायें संचालित की जा रही है जिसके लिए उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकार द्वारा जो भी योजनायें संचालित की जा रही है उसका लाभ किसानों को उपलब्ध कराते हुए उसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराये। उन्होंने पशुपालकों एवं किसानों से भी अपेक्षा की है कि वे सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का अधिक लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि पशु पालन से जहॉ पशुपालकों की आर्थिकी मजबूत होती है वहीं बच्चों के स्वास्थ के लिए उपयोगी दूग्ध आदि की भी प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादों में प्रर्याप्त मात्रा में प्रोटीन एवं कैलेशियम पाया जाता है जिससे औरतों में होने वाली कैलेशियम की कमी को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जनपद बागेश्वर के सभी क्षेत्रों में पशुपालन को महत्व दिया जा रहा है जिसमें गरूड़ क्षेत्र के पशुपालकों द्वारा इसमें अधिक रूची दिखार्इ गयी है जो एक खुशी की बात है, इससे आस-पास के क्षेत्रवासियों का जहॉ एक ओर आर्थिक स्तर स्मृद्ध हो रहा है वहीं क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो रहे है।
जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए आवार पशुओं को छोड़ने वाले व्यक्तियों पर निरंतर निगरानी रखने के लिए उप जिलाधिकारी, पुलिस विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। तथा आवार पशुओं के लिए गौशाला बनाये जाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर भी प्रयास करने को कहा जिसमें जिला प्रशासन द्वारा भी मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि गौसंरक्षण के लिए सभी को सामुहिक प्रयास भी किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने पशु प्रर्दशनी का निरीक्षण करते हुए चैम्पियन पशु का चयन किया, जिसमें चैम्पियन पशु पालक भागीरथी तिवारी ग्राम गडसेर को पुरस्कृत किया गया। विभाग द्वारा इसमें 09 श्रेणीयॉ चिन्हित की गयी जिसमें दूधारू गाय, सुखी गाय(दूध न देने वाली गाय), पहाड़ी सुखी गाय, पहाड़ी दूधारू गाय, सुखी भैंस, दूधारू भैंस, बछिया, बैल शामिल है जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे पशुपालकों जिलाधिकारी ने पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकर ने बताया कि यह प्रदर्शनी आत्मा योजना के अन्तर्गत लगायी गयी है जिसमें मुख्य उद्देश्य विभिन्न प्रजातियों के पशुओं को इस प्रदर्शनी में शामिल किया गया है जिससे पशु पालकों का उत्साह वर्धन होगा एवं पशुपालन में भी बृद्धि होगा। उन्होंने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा जिला योजना के अन्तर्गत विभाग को सचल वाहन उपलब्ध कराया गया है जिसके माध्यम से क्षेत्रीय पशुपालकों के पशुओं को उनके क्षेत्र में ही चिकित्सा उपलब्ध हो पा रही है।
पशु प्रदर्शनी में ग्राम भकुनखोला, बयालीसेरा, गडसेर, मटेना, जिनखोला, बन्ड के पशुपालकों के पशुओं द्वारा पशु प्रदर्शनी में भाग लिया गया। पशु प्रदर्शनी में 122 पशुओं का पंजीकरण किया गया। इस अवसर पर पशु चिकित्साधिकारी गरूड़ डॉ0 पी.के.पाठक, डॉ0 मृगेश चौधरी, डॉ0 आर0 चन्तोला, डॉ0 कमल तिवारी, डॉ0 गोविन्द सिंह खाती, डॉ0 ज्योति पूना, डॉ0 हिमांशु पाठक, डॉ0 मयंक मैठानी, डॉ0 विजय कुमार, ग्राम प्रधान नवीन ममगार्इ गडसेर, हिमालय ट्रस्ट के संस्थापक सदन मिश्रा, मंजू बोरा सहित सम्बन्धित गॉव के पशुपालक आदि मौजूद थे।